अफगानिस्तान की जलालाबाद जेल घटना के बाद आतंकियों का एक और हमला, 12 लोगों की मौत
अफगानिस्तान में तालिबान आतंकियों के हमले में 12 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला बुधवार की सुबह बागलान समंगन हाईवे (Baghlan Samangan highway) पर हुआ।
काबुल, एएनआइ। अफगानिस्तान में तालिबान के हमले में 12 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला बुधवार की सुबह बागलान समंगन हाईवे (Baghlan Samangan highway) पर हुआ। मारे गए लोग बागलान के प्रांतीय परिषद के पूर्व सदस्य महबूबुल्लाह गफरी (Mahbubullah Ghafari) के करीबी बताए जाते हैं। अफगानिस्तान के पूर्वी नांगरहार प्रांत में स्थित जलालाबाद जेल पर रविवार रात को हुए आईएस आतंकियों के हमले के बाद देश में यह एक और बड़ा हमला है। जेल में हुए हमले में 29 लोगों की मौत हो गई थी जबकि कई घायल हुए थे।
यही नहीं अफगान सुरक्षाबलों ने हमला करने वाले तीन आतंकियों को भी मार गिराया था। अफगान मीडिया के मुताबिक, आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ 18 घंटे तक चली थी। बताया जाता है कि जलालाबाद की जेल में इस्लामिक स्टेट के सैकड़ों आतंकी बंद थे इन्हीं को छुड़ाने के लिए हमले को अंजाम दिया गया था। हालांकि संयुक्त राष्ट्र की मानें तो अफगानिस्तान में पिछले साल की तुलना में आतंकी हमलों में कमी आई है।
संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अफगानिस्तान में साल के पहले छह महीने में पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में हिंसा में नागरिकों के मारे जाने की संख्या में 13 फीसद की गिरावट आई है। अफगानिस्तान में साल 2020 के पहले छह महीनों के दौरान आईएस के 17 हमले दर्ज किए जबकि पिछले साल इस अवधि के दौरान 97 हमले हुए थे। देश में साल 2020 के पहले छह महीनों में आतंकी हमलों में 1,282 लोगों की मौत हुई जबकि 2,176 लोग घायल हुए हैं।
अभी दो दिन पहले पूर्वी अफगानिस्तान के जलालाबाद शहर में विशेष बलों ने इस्लामिक स्टेट की खुरासान इकाई से जुड़े पाकिस्तानी मूल के शीर्ष आतंकी जिया उर रहमान उर्फ असदुल्लाह ओरकजई को मार गिराया था। यह आतंकी संगठन आईएस की खुफिया खुरासान शाखा प्रमुख था। ओरकजई इस्लामिक स्टेट की खुरासान इकाई का खुफिया प्रमुख था। ओरकजई इस्लामिक स्टेट की खुरासान शाखा दक्षिण एशिया और मध्य एशिया में सक्रिय है। ओरकजई अफगानिस्तान में सेना और नागरिकों को निशाना बनाकर किए कई अनेक घातक हमलों में शामिल था।