Nepal flood: नेपाल में बाढ़ का संकट गहराया, अब तक 25 लापता 11 की मौत, मृतकों में भारतीय और चीनी शामिल

नेपाल के सिंधुपालचोक जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण भूस्खलन और बाढ़ ने 11 लोगों की जान ले ली है। वहीं 25 लोगों के लापता होने की खबर है। मृतकों में एक भारतीय और दो चीनी नागरिक शामिल हैं।

By Ramesh MishraEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 03:00 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 03:01 PM (IST)
Nepal flood: नेपाल में बाढ़ का संकट गहराया, अब तक 25 लापता 11 की मौत, मृतकों में भारतीय और चीनी शामिल
नेपाल में बाढ़ का संकट गहराया, अब तक 25 लापता 11 की मौत। फाइल फोटो।

काठमांडू, एजेंसी। Nepal flood: नेपाल के सिंधुपालचोक जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण भूस्खलन और बाढ़ ने 11 लोगों की जान ले ली है। वहीं, 25 लोगों के लापता होने की खबर है। मृतकों में एक भारतीय और दो चीनी नागरिक शामिल हैं। तीनों मृतक विदेशी नागरिक हैं और ये एक चीन की कंपनी के लिए काम कर रहे थे।

तीन श्रमिकों की मौत

जिला प्रशासन के मुताबिक तीनों मृतक इलाके में चल रही एक विकास परियोजना में श्रमिक के तौर पर काम कर रहे थे। मृतकों के शव जिले के मेलमची शहर के पास बरामद किए गए है। इलाके में बुधवार को अचानक आई बाढ़ ने अपनी चपेट में ले लिया था। जिला अधिकारी बाबूराम खनाल ने रॉयटर्स को बताया कि, तीनों मृतक विदेशी नागरिक हैं और ये एक चीन की कंपनी के लिए काम कर रहे थे, जो पेयजल परियोजना के तहत काम पर लगी है। नेपाल के गृह मंत्रालय ने गुरुवार देर रात पुष्टी की है कि, चीन के तिब्बत क्षेत्र की सीमा से लगे पहाड़ी जिले सिंधुपालचोक और देश के अन्य हिस्सों में आई बाढ़ में 25 लोग लापता हैं। गौरतलब है कि, नेपाल में आमतौर पर मानसून की बारिश जून के महीने में शुरू होती है और सितंबर के आखिरी तक चलती है। आंकड़ो के मुताबिक नेपाल में हर साल बारिश के महीनों में हजारों लोगों की मौत होती है।

बारिश ने बिगाड़े हालात

देश में मंगलवार से हो रही बारिश के कारण इलाके की सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। साथ ही फसलों को भी बड़ी तादाद में नुकसान हुआ है। हजारों लोग बेघर हो गए हैं और मजबूरन उन्हें स्कूल, शेड और टेंट समेत सामुदायिक केंद्रों में जाना पड़ रहा है। बाढ़ के कारण स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि लोगों के घरों में पानी घुस गया है। बिजली के खंभे टूटकर नीचे गिर गए हैं,साथ ही लोगों को अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। जानकारी के मुताबिक, मेलमची में पानी और कीचड़ की मोटी परत बन गई है। जिसके कारण सड़क पर आवागमन बाधित हो गया है। अधिकारियों के मुताबिक इलाके के करीब 200 घरों को नुकसान पहुंचा है। कुछ आंशिक और कुछ पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। सहायता एजेंसियों के मुताबिक इस साल संकट के कारण देश में सामाजिक और आर्थिक संकट बढ़ा सकता है। देश में वैसे भी कोरोना का कहर चरम पर था, यहां दुनिया में सबसे ज्यादा कोरोना के पॉजिटिव मरीज सामने आए थे।

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