सुर्खियों में ईरान का भूमिगत नतांज परमाणु संवर्धन प्लांट, उपग्रह चित्रों से फैली सनसनी

विश्लेषकों का मानना ​​है कि अगस्‍त के बाद से ईरान ने नतांज के दक्षिण में एक नई सड़का का निर्माण किया है जो संवर्धन सुविधा के क्षेत्र में है। उपग्रह चित्रों से यह पता चलता है कि साइट पर निर्माण के साथ कई तरह के उपकरण दिखाई पड़ रहे हैं।

By Ramesh MishraEdited By: Publish:Wed, 28 Oct 2020 02:34 PM (IST) Updated:Wed, 28 Oct 2020 02:34 PM (IST)
सुर्खियों में ईरान का भूमिगत नतांज परमाणु संवर्धन प्लांट, उपग्रह चित्रों से फैली सनसनी
ईरान का भूमिगत नतांज परमाणु संवर्धन प्लांट की फाइल फोटो।

दुबई, एजेंसी। संयुक्त राष्ट्र की परमाणु एजेंसी ने स्वीकार किया है कि तेहरान के चर्चित भूमिगत नतांज परमाणु संवर्धन प्लांट पर निर्माण कार्य शुरू हो गया है। बुधवार को जारी उपग्रह चित्रों के बाद परमाणु एजेंसी ने इस बात की पुष्टि की है। सोमवार को एक उपग्रह चित्र से यह पता चलता है कि साइट पर  निर्माण के साथ कई तरह के उपकरण दिखाई पड़ रहे हैं। विश्लेषकों का मानना ​​है कि अगस्‍त के बाद से ईरान ने नतांज के दक्षिण में एक नई सड़का का निर्माण किया है, जो संवर्धन सुविधा के क्षेत्र में है। खास बात यह है कि ईरान ने अपने इस अभियान को तब अंजाम दिया है, जब अमेरिका में राष्‍ट्रपति चुनाव प्रचार चरम पर है। अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप चुनाव प्रचार में व्‍यस्‍त हैं।

IAEA निरीक्षकों को थी जानकारी

उधर, अंतरराष्‍ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी ने मंगलवार को द एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि उनके निरीक्षकों को इस निर्माण के बारे में पता था। उन्होंने कहा कि ईरान ने पहले IAEA निरीक्षकों को सूचित किया था। मिडलबरी इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज में जेम्स मार्टिन सेंटर फॉर नॉनप्रोलिफरेशन स्टडीज के विश्लेषकों का कहना है कि उपग्रह के चित्रों से स्‍पष्‍ट है कि इस साइट की खुदाई चल रही है। यह सड़क पहाड़ों में भी जाती है, इसलिए यह तथ्य हो सकता है कि वह किसी प्रकार की संरचना को खोद रहे हैं।

ईरान का परमाणु कार्यक्रम बना चुनावी मामला

बता दें कि अमेरिकी राजनीति में ईरान एक प्रमुख मुद्दा है। राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप ईरान के परमाणु कार्यक्रम के सख्‍त खिलाफ हैं। उन्‍होंने परमाणु कार्यक्रम के खिलाफ ईरान पर कठोर प्रतिबंध लगा रखा है। उधर, डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्‍मीदवार जो बिडेन ने कहा है कि अगर वह राष्‍ट्रपति चुनाव में विजयी होते हैं तो ईरान पर नरम रवैया अपनाएंगे। इसलिए ईरान की भी नजर अमेरिकी राष्‍ट्रपति चुनाव पर टिकी है। ईरान के परमाणु कार्यक्रम का भविष्‍य अमेरिकी चुनाव पर टिका है। बता दें कि अमेरिकी राष्‍ट्रपति चुनाव के पूर्व ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर तेहरान और वाशिंगटन के बीच बेहद तनावपूर्ण रिश्‍ते कायम हुए हैं।

ईरान दो संदिग्ध जगहों पर परमाणु निरीक्षकों को भेजने पर राजी

हालांकि, बुधवार को ईरान दो संदिग्ध जगहों पर परमाणु निरीक्षकों को भेजे जाने पर सहमति जता चुका है। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने कहा कि ईरान स्वेच्छा से आइएइए की ओर से दिए गए दो जगहों की अनुमित दे रहा है और मुद्दों को सुलझाने के लिए आइएइए सत्यापन गतिविधियों की सुविधा प्रदान कर रहा है। ईरान की परमाणु एजेंसी के प्रमुख अली अकबर सालेही ने पुष्टि की कि ईरान ने निरीक्षणों के लिए सहमति व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि इससे मामला समाप्त हो जाएगा। उन्होंने कहा कि हम संधियों और हमारी प्रतिबद्धताओं के प्रति ईमानदार हैं। दरअसल, अंतरराष्ट्रीय परमाणु एजेंसी 2015 में हुए परमाणु समझौते के तहत ईरान के परमाणु परीक्षण की निगरानी करता है। इस समझौते के तहत इस्लामिक गणतंत्र के साथ पांच और स्थाई सदस्य हैं। ये पांच सदस्य अमेरिका, ब्रिटेन, चीन, फ्रांस और रूस हैं।

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