जानें, भारतीय वायु सेना के कौन से युद्धक विमानों पर होगी चीन और पाकिस्तान की नजर, क्या हैं उसकी खूबियां
भारतीय वायुसेना के छह एसयू-30 एमकेआइ और सी-17 की गर्जना की गूंज चीन और पाकिस्तान तक पहुंचेगी। आइए जानते हैं भारतीय वायु सेना के इन दोनों विमानों के बारे में। क्या है सी-17 और एसयू-30 एमकेआइ की खूबियां। इन विमानों पर क्यों है चीन और पाकिस्तान की नजर।
अबू धाबी, ऑनलाइन डेस्क। भारत से बैर रखने वाले पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान और चीन भारतीय वायु क्षमता को एक बार फिर देखेंगे। भारतीय वायुसेना के छह एसयू-30 एमकेआइ और सी-17 की गर्जना की गूंज चीन और पाकिस्तान तक पहुंचेगी। दरअसल, तीन मार्च से भारतीय वायु सेना के दोनों विमान संयुक्त अरब अमीरात में डेजर्ट फ्लैग में हिस्सा ले रहे हैं। इस युद्धाभ्यास में अमेरिका, फ्रांस और सऊदी अरब के साथ 10 देश हिस्सा ले रहे हैं। आइए जानते हैं भारतीय वायु सेना के इन दोनों विमानों के बारे में। क्या है सी-17 और एसयू-30 एमकेआइ की खूबियां। इन विमानों पर क्यों है चीन और पाकिस्तान की नजर।
विमान सी-17 ग्लोबमास्टर की खूबियां
लद्दाख में भारत-चीन के तनाव के मध्य भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल सबसे शक्तिशाली और विश्व के बड़े मालवाहक जहाजों में से सुमार सी-17 ग्लोबमास्टर ने देहरादून के जौलीग्रांट हवाई अड्डे पर लैंडिंग की थी। भारत-चीन सीमा के मौजूदा हालात और तनाव को देखते हुए इस भीमकाय विमान की लैंडिंग को सामरिक दृष्टि से भी अहम माना जा रहा है। भारत-चीन तनाव के बीच जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर भारतीय सेना के सबसे शक्तिशाली सी-17 ग्लोबमास्टर विमान की लैंडिंग ने एक बार सबको चौंका कर रख दिया था।
सुखोई-30 एमकेआइ की क्या हैं खूबियां