ईरान की अमेरिकी राष्‍ट्रपति ट्रंप को फटकार, बोले- क्‍या ऐसा 'युद्ध के मैदान' पर भी जायज़ होगा?

ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने एक बार फिर से घातक कोरोनो वायरस महामारी के बीच देश पर प्रतिबंध हटाने से इनकार करने के लिए अमेरिका को फटकार लगाई।

By Tilak RajEdited By: Publish:Mon, 30 Mar 2020 09:53 AM (IST) Updated:Mon, 30 Mar 2020 10:54 AM (IST)
ईरान की अमेरिकी राष्‍ट्रपति ट्रंप को फटकार, बोले- क्‍या ऐसा 'युद्ध के मैदान' पर भी जायज़ होगा?
ईरान की अमेरिकी राष्‍ट्रपति ट्रंप को फटकार, बोले- क्‍या ऐसा 'युद्ध के मैदान' पर भी जायज़ होगा?

तेहरान, आइएनएस। ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने एक बार फिर से घातक कोरोनो वायरस महामारी के बीच देश पर प्रतिबंध हटाने से इनकार करने के लिए अमेरिका को फटकार लगाई। रविवार को एक ट्वीट में मंत्री ने कहा कि अमेरिका, ईरानियों पर आर्थिक युद्ध छेड़ने पर अमादा है। उन्‍होंने ट्वीट में लिखा- ईरान में महामारी के बीच अमेरिका, ईरानियों पर आर्थिक युद्ध छेड़ने से लेकर 'मेडिकल आतंक' तक चला गया है। क्‍या ऐसा करना 'युद्ध के मैदान' पर भी जायज़ होगा?' जरीफ ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अमेरिका के 'अवैध' अनुमोदन दबावों की अवहेलना करने का आग्रह किया है।

ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता किन्यौश जहानपुर ने रविवार को कोरोना वायरस से 123 लोगों की मौत की सूचना दी। अब ईरान में कोाविड-19 से कुल मौतों की संख्‍या 2,640 हो गई है। प्रवक्ता ने कहा कि अब तक पुष्टि किए गए मामलों की संख्या 38,309 हो गई है, जिनमें से 12,391 को ठीक होने के बाद छुट्टी दे दी गई। साथ ही उन्‍होंने बताया कि 24 घंटे में रविवार दोपहर तक संक्रमण के 2,901 नए मामलों की पुष्टि हुई।

बता दें कि अमेरिका और ईरान के बीच लंबे समय से तनाव का माहौल है। बीते दिनों अमेरिका ने एक मिसाइल हमले में ईरान के बड़े कमांडर को मार गिराया था, जिसके बाद दोनों ओर से हथियारों का इस्तेमाल हुआ। तभी अमेरिका ने ईरान पर कुछ बड़े प्रतिबंध लगा दिए थे। ईरान के साथ व्यापार करने वाले देशों को भी चेतावनी दी थी, जिनमें भारत भी शामिल है। ईरान अब कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर अमेरिका से गुहार लगा रहा है कि प्रतिबंधों में छूट दी जाए, ताकि अन्‍य देश उसकी मदद कर सकें।

गौरतलब है कि हाल ही में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार प्रमुख ने कोरोना वायरस का सामना कर रहे ईरान जैसै देशों पर लगाए गए प्रतिबंधों का तत्काल पुनः मूल्यांकन का आग्रह किया, ताकि चिकित्सा तंत्र को नुकसान पहुंचने से बचाया जा सके। मानवाधिकार प्रमुख मिशेल बाचेलेत ने एक बयान में कहा कि इस अहम वक्त में, वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य कारणों और इन देशों के लाखों लोगों के अधिकार एवं जिंदगियों के समर्थन में इन प्रतिबंधों में ढील देनी चाहिए या निलंबित कर देना चाहिए। बाचेलेत ने ईरान को खासकर रेखांकित किया है, जो महामारी से बुरी तरह से प्रभावित देशों में शामिल है। वहां करीब दो हजार लोगों की मौत हो गई है। उन्होंने आगह किया कि यह संक्रमण ईरान के पड़ोसी मुल्कों अफगानिस्तान और पाकिस्तान भी फैल रहा है जो उनकी कमजोर स्वास्थ्य प्रणाली पर दबाव डाल रहा है।

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