काबुल में एक और बम धमाका, रक्षा मंत्री आवास पर हमले के लिए तालिबान जिम्मेदार

बुधवार को देश के मुख्य सुरक्षा एजेंसी कार्यालय के पास हुए एक विस्फोट में तीन लोगों के घायल होने की खबर सामने आई है। वहीं तालिबान ने मंगलवार को कार्यवाहक रक्षा मंत्री बिस्मिल्लाह मोहम्मदी के घर पर हुए हमले की जिम्मेदारी ली है।

By Amit KumarEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 01:47 PM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 01:47 PM (IST)
काबुल में एक और बम धमाका, रक्षा मंत्री आवास पर हमले के लिए तालिबान जिम्मेदार
तालिबान के आतंकी मंसूबे ने अपनी पहुंच अफगानिस्तान की राजधानी काबुल तक बना ली है।

काबुल, रॉयटर्स: तालिबान के आतंकी मंसूबे ने अपनी पहुंच अफगानिस्तान की राजधानी काबुल तक बना ली है। बुधवार को देश के मुख्य सुरक्षा एजेंसी कार्यालय के पास हुए एक विस्फोट में तीन लोगों के घायल होने की खबर सामने आई है। वहीं, मंगलवार को आतंकियों ने देश के कार्यवाहक रक्षामंत्री के घर के पास एक विस्फोट में अंजाम दिया था। सिलसिलेवार हुई इन घटनाओं के चलते आस-पास के इलाके में दहशत का माहौल है।

गंभीर नुकसान के इरादे से विस्फोट

तालिबान ने मंगलवार को कार्यवाहक रक्षा मंत्री बिस्मिल्लाह मोहम्मदी के घर पर हुए हमले की जिम्मेदारी ली है। वहीं, बुधवार को हुए विस्फोट के संबंध में फिलहाल कोई दावा नहीं किया गया है। घर पर हुए हमले के दौरान मोहम्मदी और उनके परिवार को किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा है, लेकिन घटना के बाद से इलाके में हिंसक घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है। क्योंकि अमेरिकी सेना ने देश की सुरक्षा के मद्देजनर अपना नियंत्रण समाप्त कर दिया है, जिसके चलते तालिबान लगातार अपना वर्चस्व स्थापित करने के लिए हमले कर रहा है। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने बयान जारी करते हुए बताया कि, उन्होंने ने मंत्री के आवास को इसलिए निशाना बनाया क्योंकि वहां एक महत्वपूर्ण बैठक चल रही थी।

नियंत्रण हासिल करने के लिए हमले

आंतरिक मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, मोहम्मदी के आवास पर हुए हमले के दौरान सुरक्षा बलों ने करीब 4 घंटो तक हमलावरों का सामना किया। इस दौरान करीब आठ नागरिक मारे गए और 20 के घायल होने की पुष्टी की गई है। वहीं, पुलिस ने बताया है कि बुधवार को हुए विस्फोट में दो नागरिक और एक सुरक्षा अधिकारी घायल हुए हैं। गौरतलब है कि, तालिबान ने विदेशी सेनाओं की वापसी की घोषणा के साथ ही अफगानिस्तान में हमले शुरू कर दिए थे। वो अप्रैल के महीने से ही अमेरिकी समर्थित देश की सरकार को गिराने की लगातार कोशिश कर रहे हैं।

लश्कर गाह में आपातकाल घोषित

जानकारी के मुताबिक, अफगान की ईरान के साथ पश्चिमी सीमा के पास हेरात शहर और दक्षिण में लश्कर गाह और कंधार के आसपास भारी लड़ाई देखी गई है। अफगान बलों के प्रवक्ता के मुताबिक, लश्कर गाह में आपातकाल घोषित कर दिया गया है और सैन्य बलों के लिए अतिरिक्त सहायता पहुंचाई जा रही है। साथ ही उन्हें अमेरिकी द्वारा हवाई हमले कर सहायता दी जा रही है। इसी बीच खबर ये भी है कि, इलाके में विशेष बलों को भी भेजा गया है।

chat bot
आपका साथी