यमन में हूती विद्रोहियों व सरकार के बीच झड़प, मारे गए 84 लोग; मारिब को बनाया था निशाना
यमन के मारिब में हूतियों व सरकार के बीच संघर्ष के दौरान करीब 84 लोगों के मारे जाने की खबर है। अधिकारियों ने जानकारी दी कि हूथियों ने सरकार के सैन्य ठिकानों पर हमला किया जिसके लिए जवाबी कार्रवाई की गई थी।
सना, आइएएनएस। यमन (Yemen) सरकार के कब्जे वाले मारिब (Marib) को निशाना बना कर हूती विद्रोहियों (Houthi Rebels) ने सैन्य ठिकानों पर हमला कर दिया। इसके बाद की सरकार व विद्रोहियों के बीच झड़प शुरू हो गई जिसमें करीब 84 के मरने की खबर है। इस झड़प की आधिकारिक पुष्टि कर दी गई है। ईरान समर्थित हूती विद्रोही यमन के उत्तरी हिस्से पर नियंत्रण के इरादे से फरवरी से ही अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त सरकार के अधिकार वाले मारिब पर कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं।
इस माह की शुरुआत में भी मारिब को बनाया था निशाना
अधिकारियों ने बुधवार को शिन्हुआ न्यूज एजेंसी को जानकारी दी कि मारिब के उत्तरी इलाके पर कब्जा करने को लेकर यह झड़प हुई। उन्होंने यह भी बताया कि हूतियों ने सरकार के सैन्य ठिकानों पर हमला किया जिसके लिए जवाबी कार्रवाई की गई थी। बता दें कि इस माह की शुरुआत में भी सरकार के अधिकार क्षेत्र वाले मारिब को निशाना बनाकर मिसाइल हमला किया गया था जिसमें पांच वर्षीय एक बच्ची समेत कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई थी।
गैस स्टेशन पर मिसाइल हमला
प्रांतीय गवर्नर के प्रेस सचिव अली अल-गुलिसि के अनुसार मिसाइल मारिब शहर के रावधा क्षेत्र में एक गैस स्टेशन पर गिरी। इस हमले से पहले यमन में अमेरिका के विशेष दूत टिम लेंडरकिंग ने विद्रोहियों की निंदा की और उन पर तत्काल आवश्यक संघर्ष विराम पर पहुंचने में नाकाम रहने का आरोप लगाया था। वर्ष 2014 से ही यमन गृह युद्ध का सामना कर रहा है। हूती विद्रोहियों ने देश की राजधानी सना समेत अधिकतर उत्तरी हिस्से को अपने कब्जे में ले लिया। इसके कारण अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार को निर्वासन झेलना पड़ा। सऊदी के नेतृत्व वाले गठबंधन ने गृह युद्ध की शुरुआत होने के एक साल बाद सरकार की तरफ से युद्ध की शुरुआत की। अब तक इस युद्ध में 1,30,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं।