जापान में सिनेमा घरों और जिम का भी संचालन शुरू,टोक्यो में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
टोक्यो स्थित सभी कार्यालयों शॉपिंग सेंटर छोटी दुकानों संग्रहालयों पुस्तकालयों और पार्कों को फिर खोलने की अनुमति प्रदान की गई।
टोक्यो, एजेंसी। जापान की राजधानी टोक्यो को सोमवार को पूरी तरह से खोल दिया गया। टोक्यो स्थित सभी कार्यालयों, शॉपिंग सेंटर, छोटी दुकानों, संग्रहालयों, पुस्तकालयों और पार्कों को फिर खोलने की अनुमति प्रदान की गई। बार और रेस्तरां को भी सीमित घंटों के साथ खोलने की इजाजत दी गई है। जापान सरकार ने बंद पड़े सिनेमा घरों और जिम को भी संचालन की अनुमति दी गई है। सरकार ने पूर्व में सिनेमाघरों और जिम खोलने की इजाजत नहीं दी थी, क्योंकि यहां संक्रमण के फैलाने का खतरा अधिक था।
टोक्यो में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
टोक्यो के सभी व्यापारिक स्थलों एवं सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। प्रतिष्ठानों एवं सार्वजनिक स्थानों पर आने वाले ग्राहकों के शरीर का तापमान लेने के साथ हैंड सैनिटाइजर का इंतजाम किया गया है। सार्वजनिक स्थलों पर चेहरे पर मास्क का पहनना अनिवार्य किया गया है। सभी जगहों पर सुरक्षात्मक स्क्रीन की व्यवस्था की गई है। सभी दुकानों के प्रवेश द्वारा पर पोस्टर के जरिए नियमों को बताकर लोगों जागरूक किया जा रहा है। प्रतिष्ठान के अंदर भी मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है। हालांकि, यह पहले से ही जापान में नियमित रूप से प्रयोग में लाया जाता है।
मुख्य कैबिनेट सचिव ने जनता को धन्यवाद दिया
उधर, जापान के मुख्य कैबिनेट सचिव योशीहिदे सुगा ने लॉकडाउन के दौरान जापानी लोगों की मदद को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने जनता को आगाह करते हुए कहा कि हमें संक्रमणों के व्यापक विस्तार से बचने की जरूरत है। टोक्यो के गवर्नर युरिको कोइके ने कहा जापान, जिसने जनवरी के मध्य में अपना पहला कोरोनोवायरस मामला दर्ज किया था, ने आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, लगभग 16,600 संक्रमण और 850 मौतों की सूचना दी है।
अप्रैल की शुरुआत के बाद से कई प्रतिष्ठानों ने पहली बार खोली दुकानें
1.4 करोड़ वाले इस शहर की सड़कों पर अधिक लोग थे। अप्रैल की शुरुआत के बाद से कई प्रतिष्ठानों ने पहली बार अपने दरवाजे खोले थे। केन्द्रीय मंत्री शिंजो आबे ने पूरे देश को लॉकडाउन से बाहर ला रहे है। प्रधानमंत्री ने आपातकाल की स्थिति का मतलब बताते हुए कहा कि सभी नागरिकों को घर पर रहना था और उन्हें केवल आवश्यक यात्राओं के लिए और साथ ही वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों और सार्वजनिक स्थानों को बंद करने की अनुमति थी।