ताइवान में अमेरिकी मंत्री ने चीन को लताड़ा, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी पर लगाया लीपापोती का आरोप

अजार ने कहा कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के पास मौका था कि वह दुनिया को सचेत करती और सबके साथ मिलकर वायरस से लड़ती। लेकिन चीन ने ऐसा नहीं किया।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Wed, 12 Aug 2020 01:03 AM (IST) Updated:Wed, 12 Aug 2020 01:03 AM (IST)
ताइवान में अमेरिकी मंत्री ने चीन को लताड़ा, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी पर लगाया लीपापोती का आरोप
ताइवान में अमेरिकी मंत्री ने चीन को लताड़ा, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी पर लगाया लीपापोती का आरोप

ताइपे, रायटर। कोरोना वायरस को लेकर अमेरिका ने फिर चीन को लताड़ा है। ताइवान दौरे पर आए अमेरिकी स्वास्थ्य मंत्री एलेक्स अजार ने कहा कि इस तरह की महामारी ताइवान या अमेरिका में शुरू हुई होती तो हम इसे वहीं दफन कर देते। पिछले साल वुहान शहर से फैले वायरस को लेकर अमेरिका चीन पर लीपापोती करने का आरोप लगाता रहा है। चीन इससे तिलमिला उठता है।

चीन के रवैये ने दुनिया को पंगु बना दिया

अजार ने कहा कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के पास मौका था कि वह दुनिया को सचेत करती और सबके साथ मिलकर वायरस से लड़ती। लेकिन चीन ने ऐसा नहीं किया और दुनिया को रोज इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ रही है। चीन ने शुरुआती जानकारी तक साझा नहीं की। उल्टे उन डॉक्टरों का मुंह बंद करा दिया, जिन्होंने इसके बारे में सबसे पहले बताया था। चीन के रवैये ने दुनिया को पंगु बना दिया।

अमेरिका में दुनिया के सर्वाधिक कोरोना संक्रमित हैं। वहीं, स्वास्थ्य विशेषज्ञ ताइवान की इस बात के लिए सराहना करते हैं कि उसने तुरंत प्रभावी कदम उठाकर संक्रमितों की संख्या 480 से आगे नहीं बढ़ने दी है।

अमेरिकी स्वास्थ्य मंत्री ने ताइवान के राष्ट्रपति से मुलाकात की

एलेक्स अजार तीन दिवसीय दौरे पर ताइवान के साथ आर्थिक और स्वास्थ्य सहयोग मजबूत करने तथा कोरोना वायरस के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय लड़ाई में ताइवान की भूमिका का समर्थन करने के लिए यहां आए हैं। वहीं दूसरी ओर चीन ने अजार के दौरे को अमेरिका का विश्वासघात करार दिया है। अमेरिका ने चीन के पक्ष में 1979 में ताइवान से राजनयिक संबंध तोड़ लिए थे। चीन ताइवान को अपना हिस्सा मानता है और आए दिन सैन्य कार्रवाई की धमकी भी देता रहता है।

ताइवान पर कब्‍जे की तैयार में चीन

सेटेलाइट की तस्‍वीरों में खुलासा हुआ कि चीन ने ताइवान के तट के पास पानी और जमीन दोनों पर ही चलने में सक्षम जंगी जहाज और मोबाइल मिसाइल लॉन्‍चर तैनात किए हैं। चीन ने कुछ दिन पहले ही परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम मिसाइल का परीक्षण भी किया था। यही नहीं, चीन लगातार ताइवान के हवाई क्षेत्र में अपने लड़ाकू जहाज भेज रहा है। ताइवान पर खतरे को देखते हुए अमेरिकी नौसेना ने भी इस इलाके में अपनी गश्‍त बढ़ा दी है। दक्षिण चीन सागर में चीन के लड़ाकू विमान और बमवर्षक विमान कई अभ्‍यास कर चुके हैं। चीन ने यहां पर टाइप 05 आर्मर्ड व्हीकल को तैनात किया है जो जमीन और पानी दोनों पर ही चलने में सक्षम है।

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