चीन ने दिया था भरोसा लेकिन नहीं दी वैक्सीन, धोखा खाए परागुए को भारत ने की मदद, भेजी एक लाख खुराक

कोविड-19 वैक्सीन मामले में परागुए को भारत ने मदद दी है। मालूम हो कि कोरोना संक्रमण से जूझ रहे परागुए को चीन ने पहले वैक्सीन देने का भरोसा दिया लेकिन बाद में इन्कार कर दिया। मुश्किल में फंसे अपने सहयोगी के लिए ताइवान ने भारत से अपील की थी...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Wed, 07 Apr 2021 09:26 PM (IST) Updated:Wed, 07 Apr 2021 11:29 PM (IST)
चीन ने दिया था भरोसा लेकिन नहीं दी वैक्सीन, धोखा खाए परागुए को भारत ने की मदद, भेजी एक लाख खुराक
कोविड-19 वैक्सीन मामले में चीन का धोखा झेल रहे परागुए को भारत ने मदद दी है।

ताइपे, रायटर। कोविड-19 वैक्सीन मामले में चीन का धोखा झेल रहे परागुए को भारत ने मदद दी है। दक्षिण अमेरिकी देश परागुए ने ताइवान को मान्यता देते हुए उसके साथ कूटनीतिक संबंध बनाए हुए हैं। इस पर चीन को सख्त आपत्ति है। कोरोना संक्रमण से जूझ रहे परागुए को चीन ने पहले वैक्सीन देने का भरोसा दिया लेकिन बाद में इन्कार कर दिया। ताइवान मुश्किल में फंसे अपने सहयोगी देश के लिए वैक्सीन का इंतजाम करने में सक्रिय हुआ और उसने भारत सरकार से वार्ता कर परागुए को वैक्सीन दिलवा दी। यह जानकारी ताइवान के विदेश मंत्री ने दी है।

परागुए की मदद कर रहा ताइवान 

चीन दावा करता है कि ताइवान उसका हिस्सा है। इसलिए उसके साथ दुनिया के किसी भी देश को स्वतंत्र कूटनीतिक रिश्ते नहीं रखने चाहिए। चीन के अनुसार दुनिया के 15 देश ताइवान के साथ कूटनीतिक रिश्ते रखे हुए हैं। उनमें परागुए भी शामिल है। लोकतांत्रिक देश परागुए को कोरोना से निपटने में हो रही मुश्किल के बीच वैक्सीन न मिलने के कारण अपनी जनता का आक्रोश भी झेलना पड़ रहा है। ऐसे में ताइवान ने कहा कि वह अपने मित्र राष्ट्र परागुए की मदद करेगा। 

चीन कर रहा भेदभाव 

ताइवान के विदेश मंत्री जोसेफ वू ने बुधवार को कहा, दुनिया के कई हिस्सों में कोविड से बचाव की वैक्सीन की आपूर्ति कर रहा चीन दक्षिण और मध्य अमेरिका को लेकर दुराभाव दिखा रहा है। वह इलाके में ताइवान के पांच सहयोगी देशों को वैक्सीन देने में ना-नुकुर कर रहा है। इसके चलते वहां पर मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। मुश्किलें झेल रहे देश ब्राजील, चिली और अल सल्वाडोर हैं। इन सभी के ताइवान के साथ कूटनीतिक रिश्ते हैं।

चीन की यह है नीति 

परागुए को लेकर चीन की नीति साफ है, वह ताइवान के साथ अपने रिश्तों पर यदि पुनर्विचार करता है तो चीन से वह दसियों लाख वैक्सीन खुराक प्राप्त कर सकता है। वू ने कहा, परागुए को दबाव से निकालने में ताइवान उसकी मदद करेगा। बताया कि कुछ हफ्ते पहले उन्होंने अमेरिका, जापान और भारत के नेताओं से बात की। 

भारत ने बढ़ाए मदद को हाथ 

इसके बाद भारत परागुए को कोवैक्सीन की खुराक देने के लिए तैयार हो गया। कोविड से बचाव की यह वैक्सीन भारत ने विकसित की है। भारत ने दक्षिण अमेरिकी देश को कोवैक्सीन की एक लाख खुराक उपहार के तौर पर भेज दी हैं। जल्द एक लाख खुराक और भेजी जाएंगी। वू ने कहा, भारत सबकी मदद का इच्छुक है, कोरोना काल में यह बात दुनिया ने जानी है। अमेरिका ने भी वैक्सीन उपलब्ध कराने का वादा किया है।

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