Uyghur Violation: चीन की अनुमति के बिना उइगरों के साथ दुर्व्यवहार की जांच कर सकता है संयुक्त राष्ट्र
चीन उइगरों और अन्य तुर्क मुसलमानों के साथ दुर्व्यवहार के सभी आरोपों से इनकार करता आया है। कनाडा ने अमेरिका समेत 45 देशों के समर्थन के साथ चीन से आग्रह किया है कि वो संयुक्त राष्ट्र को शिनजियांग प्रांत में दाखिल होने की अनुमति दे।
जिनेवा,रॉयटर्स: संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त मिशेल बाचेलेत के चीन दौरे की घोषणा पर प्रक्रियाएं आनी शुरू हो गईं हैं। उन्होंने सोमवार को कहा था कि वह उइगर मुसलमान के खिलाफ गंभीर दुर्व्यवहार की रिपोर्टों पर गौर करने के लिए इसी साल चीन के शिनजियांग प्रांत का दौरा करेंगी। उनकी इस घोषणा के बाद अब पश्चिमी राजनयिकों का कहना है कि, बाचेलेत को उइगरों की स्थिति को लेकर खुद ही कुछ निष्कर्ष निकालने चाहिए।
चीन का आरोपों से इन्कार
चीन उइगरों और अन्य तुर्क मुसलमानों के साथ दुर्व्यवहार के सभी आरोपों से इनकार करता आया है। कनाडा ने अमेरिका समेत 45 देशों के समर्थन के साथ चीन से आग्रह किया है कि वो बाचेलेत को शिनजियांग प्रांत में दाखिल होने की अनुमति दे। हालांकि, चीन ने इस मांग को राजनीतिक उद्देश्यों से प्रेरित कहा था और इस आग्रह को खारिज कर दिया था। चीन ने बाचेलेत की यात्रा का स्वागत किया है, लेकिन साथ ही उसने कहा है कि यह यात्रा आदान-प्रदान और सहयोग को बढ़ावा देने के लिए होनी चाहिए न की अपराध की तथाकथित धारणा पर आधारित जांच के रूप में।
संयुक्त राष्ट्र के पास हैं विशेष अधिकार
बाचेलेत ने मानवाधिकार परिषद को एक संकेत दिया कि उसके पास अन्य विकल्प भी हैं, जबकि अभी भी चीन के साथ यात्रा को लेकर बातचीत जारी है। उन्होंने कहा कि, आयोग इस बीच शिनजियांग में मानवाधिकारों के उल्लंघन के कथित पैटर्न को लेकर अपना विश्लेषण जारी रखेगा। गौरतलब है कि बाचेलेत के पास किसी भी देश के आमंत्रण के बिना ही दूरस्थ रूप से गवाही एकत्र करने का अधिकार है। उन्होंने अपने एक पूर्व सहयोगी के साथ मिलकर वेनेजुएला विवादित कश्मीर क्षेत्र और दक्षिण-पूर्वी तुर्की में सुरक्षा बलों द्वारा हत्याओं पर इस तरह की जांच की थी। ह्यूमन राइट्स वॉच के प्रमुख केनेथ रोथ ने पिछले सप्ताह संवाददाताओं से कहा था कि शिनजियांग में क्या हो रहा है, इसका कोई औपचारिक मूल्यांकन संयुक्त राष्ट्र के पास नहीं है, लेकिन हमें इसकी आवश्यकता है। ह्यूमन राइट्स वॉच और एमनेस्टी इंटरनेशनल की नजर में इस साल आया है कि, शिनजियांग में मानव अधिकारों के खिलाफ अपराध हो सकता है।