चीन पर दुनिया के लोकतंत्रों की 'निर्भरता' को नाकाम करने में भारत निभा सकता है अहम भूमिका : ब्रिटिश सांसद

ब्रिटेन के सांसद इयान डन स्मिथ ने कहा है कि चीन पर दुनिया के लोकतंत्रों की खतरनाक रणनीतिक निर्भरता को नाकाम करने में भारत महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Wed, 12 Aug 2020 06:13 PM (IST) Updated:Wed, 12 Aug 2020 11:18 PM (IST)
चीन पर दुनिया के लोकतंत्रों की 'निर्भरता' को नाकाम करने में भारत निभा सकता है अहम भूमिका : ब्रिटिश सांसद
चीन पर दुनिया के लोकतंत्रों की 'निर्भरता' को नाकाम करने में भारत निभा सकता है अहम भूमिका : ब्रिटिश सांसद

नई दिल्‍ली, एएनआइ। ब्रिटेन के प्रभावशाली सांसद इयान डन स्मिथ (Iain Duncan Smith) ने कहा है कि चीन पर दुनिया के लोकतंत्रों की खतरनाक रणनीतिक निर्भरता को नाकाम करने में भारत महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। कंजरवेटिव पार्टी के पूर्व नेता इयान ने कहा कि चीन ने शी चिनफ‍िंग (Xi Jinping) के नेतृत्व में दुनिया पर हावी होने की अपनी मंशा उजागर कर दी है। चीन की सरकार राष्ट्रपति चिनफ‍िंग के नेतृत्‍व में पिछले कुछ वर्षों में अधिक तानाशाह और आक्रामक और असहिष्‍णु हो गई है। चीन दुनिया में सुपर पॉवर बनना चाहता है जिसके पास दुनिया की सबसे बड़ी और कथित शक्तिशाली सेना है।

इयान डन स्मिथ (Iain Duncan Smith) ने कहा कि अक्टूबर 2017 में 19वें पार्टी अधिवेशन में अपने मुख्य भाषण के दौरान शी च‍िनफ‍िंग ने कहा था कि साल 2020 तक चीन गरीबी को खत्म करेगा और मध्यम समृद्ध समाज बनेगा। चीन दुनिया में सबसे उन्नत राष्ट्र के रूप में उभरेगा जो सभी क्षेत्रों का नेतृत्व करेगा। चीन अपने इसी मिशन और आकांक्षाओं को हवा देने की कोशिशें कर रहा है। मौजूदा वक्‍त में देखा जा रहा है कि इस भूभाग में कई देश हैं जो स्‍वतंत्र हैं लेकिन चीन पर निर्भर हो चुके हैं। चीन ने इसी का फायदा उठाते हुए दक्षिण चीन सागर कब्‍जा पर कब्जा कर रहा है। चीन इस इलाके में मानव निर्मित द्वीपों पर सैन्य स्टेशन बना रहा है जो उसकी महत्‍वाकांक्षा को मूर्त रूप दे रहे हैं।

इस भूभाग पर चीन की बढ़ती पकड़ का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वह रणनीतिक क्षेत्रों को जोड़ने पर काम कर रहा है। चीन की इन कोशिशों के चलते आजाद मुल्‍क उस पर निर्भर होते जा रहे हैं। अब दूरसंचार के मामले में ही देख लीजिए जिसे टॉप टू बॉटम सुरक्षित करना होता है। आप इस सिस्‍टम में एक अविश्वसनीय विक्रेता को बर्दाश्त नहीं कर सकते है। सरकार अब सहमत हो गई है कि वह हुआवेई को हटा देगी लेकिन इसमें काफी समय बर्बाद होने वाला है। परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में चीन पर निर्भरता भी बेहद नुकसानदायक है। जिन परमाणु संयंत्रों में चीनी उपकरण लगे हैं। चीन उन्‍हें बंद कर सकता है जिसे हम चालू नहीं कर पाएंगे। 

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