हांगकांग में लोकतंत्र पर कड़ा पहरा, प्रदर्शनों पर प्रतिबंध के बाद लोकतंत्र समर्थकों पर गिरी गाज

नए कानून के तहत हांगकांग में वार्षिक लोकतंत्र समर्थक मार्च पर प्रतिबंध लगाने के बाद लैम सरकार की नजर सार्वजनिक पुस्‍कालयों पर टिकी है।

By Ramesh MishraEdited By: Publish:Sun, 05 Jul 2020 08:57 AM (IST) Updated:Sun, 05 Jul 2020 12:03 PM (IST)
हांगकांग में लोकतंत्र पर कड़ा पहरा, प्रदर्शनों पर प्रतिबंध के बाद लोकतंत्र समर्थकों पर गिरी गाज
हांगकांग में लोकतंत्र पर कड़ा पहरा, प्रदर्शनों पर प्रतिबंध के बाद लोकतंत्र समर्थकों पर गिरी गाज

हांगकांग, एजेंसी। हांगकांग में चीन के राष्‍ट्रीय सुरक्षा कानून अमल में आते ही लोकतंत्र समर्थकों पर कड़ा पहरा लगाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। चीन समर्थक कैरी लैम सरकार ने असंतोष को खत्‍म करने के लिए राष्‍ट्रीय सुरक्षा कानून को सख्‍ती से लागू करना शुरू कर दिया है। नए कानून के तहत हांगकांग में वार्षिक लोकतंत्र समर्थक मार्च पर प्रतिबंध लगाने के बाद लैम सरकार की नजर सार्वजनिक पुस्‍कालयों पर टिकी है। लोकतंत्र समर्थकों द्वारा लिखित पु‍स्‍तकों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। सार्वजनिक पुस्‍कालयों से इन किताबों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। 

समीक्षा के नाम पर पुस्‍तकालयों से हटी पुस्‍तकें

हांगकांग सरकार लोकतंत्र समर्थकों द्वारा लिखी गई कई पुस्‍तकों की समीक्षा करवा रही है। इसके साथ उन पुस्‍तकों पर भी सरकार की नजर है, जो हांगकांग की आजादी की हिमायती हैं। हांगकांग स्टैंडर्ड ने बताया कि सार्वजनिक पुस्तकालय की वेबसाइट में जोशुआ वोंग ची-फंग,  वान चिन और सिविक पार्टी के सांसद तान्या चान द्वारा लिखित कई किताबों को लैम सरकार समीक्षा के तहत पुस्‍तकालयों से हटा दिया है। अब यह पुस्‍तके आम जन के लिए सुलभ नहीं होंगी। 

शहर में सेंसरशिप शासन की व्‍यवस्‍था लागू

जोशुआ वोंग ने ट्वीट किया राष्‍ट्रीय सुरक्षा कानून को लगाए जाने के एक हफ्ते के भीतर हांगकांग की सार्वजनिक पुस्तकालयों ने पुस्तकों को समीक्षा के तहत रखना शुरू कर दिया है। उन्‍होंने कहा कि राष्‍ट्रीय सुरक्षा कानून स‍िर्फ दंडात्‍मक उपाय नहीं है, वरन यह अंतरराष्‍ट्रीय वित्‍तीय शहर पर एक सेंसरशिप शासन की व्‍यवस्‍था को भी लागू करता है। उन्‍होंने कहा मेरी पुस्‍तकें प्रत्‍यर्पण आंदोलन से कई साल पहले प्रकाशित हो गईं थीं, लेकिन अब ये पुस्‍तकें लोकतंत्र के पूजा करने के लिए हो गईं हैं। हांगकांग स्टैंडर्ड ने बताया कि जबकि चीन की अन्य पुस्तकें अभी भी पुस्‍कालयों में  उपलब्ध थीं लेकिन 'ऑन द हांगकांग सिटी-स्टेट' और 'हांगकांग स्टेट-सर्वाइवर्स' को पुस्‍कालयों से हटा दिया गया है। चैन की किताब को समीक्षा के तहत रखा गया है, जबकि उसकी अन्य पुस्तकें अभी भी उपलब्ध हैं।

पलायन कर रहे हैं लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ता 

शुरू में यह आशंका व्‍यक्‍त की जा रही थी कि राष्‍ट्रीय सुरक्षा कानून की गाज लोकतंत्र समर्थकों पर गिर सकती है। यही कारण है कि ब्रिटेन ने हांगकांग के नागरिकों को देश में आने का न्‍योता दिया था। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार कई लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ता अपनी मातृभूमि से भाग रहे हैं। एक पूर्व विधिवेत्ता और लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ता नाथन लॉ ने गुरुवार को अपने फेसबुक पर घोषणा की कि वह चीन से शहर में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू करने के साथ हांगकांग छोड़ चुके हैं। 

एजेंसी के प्रमुख के रूप में झेंग यानक्सियॉन्ग को नियुक्त

चीन की सरकार ने विवादास्पद राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के कार्यान्वयन की देखरेख के लिए हांगकांग में स्थापित की जा रही एक शक्तिशाली नई एजेंसी के प्रमुख के रूप में झेंग यानक्सियॉन्ग को नियुक्त किया है। बता दें कि दुनिया भर के विरोध के बावजूद  चीनी संसद ने मंगलवार को हांगकांग के लिए विवादास्पद कानून पारित किया है।

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