चीनी बैंकों के घट रहे ऋण देने के आंकड़े, 2020 में दो बड़े बैंकों के कर्ज देने में आई जबर्दस्त गिरावट

पहली बार 15 साल के बाद हालात बदल रहे हैं। चीन की दो बड़ी बैंकों चाइना डवलपमेंट बैंक और एक्सपोर्ट इंपोर्ट बैंक ऑफ चाइना ने 2020 में बिगड़ती आर्थिक स्थिति के बाद भी कोई ऋण नहीं दिया है।

By Manish PandeyEdited By: Publish:Mon, 22 Feb 2021 02:25 PM (IST) Updated:Mon, 22 Feb 2021 02:25 PM (IST)
चीनी बैंकों के घट रहे ऋण देने के आंकड़े, 2020 में दो बड़े बैंकों के कर्ज देने में आई जबर्दस्त गिरावट
चीन द्वारा दक्षिण अमेरिकी देशों को कर्ज देने में पिछले साल आई जबर्दस्त गिरावट।

मियामी, एपी। चीन ऐसा देश है जो अपने कर्ज के जाल में अन्य देशों को फंसाकर अपनी व्यापारिक और कूटनीतिक स्थितियों को मजबूत करता है। दक्षिण अमेरिका के कई देश पिछले वर्षो में संसाधनों के लिहाज से मजबूत होते हुए भी पूंजी की दिक्कतों से जूझने के कारण चीन से लंबा कर्ज लेते रहे हैं। कोरोना महामारी के बाद हालात बदल रहे हैं।

2010 में जब चीन की आर्थिक स्थिति बहुत ही मजबूत थी और उसकी कंपनियां अपना वैश्विक स्तर पर विस्तार कर रही थीं। उस समय दक्षिण अमेरिकी देशों को चीन ने रिकॉर्ड 35 बिलियन डॉलर (करीब ढाई लाख करोड़ से ज्यादा रुपये) ऋण दिया था।

पहली बार 15 साल के बाद हालात बदल रहे हैं। चीन की दो बड़ी बैंकों चाइना डवलपमेंट बैंक (सीडीबी) और एक्सपोर्ट इंपोर्ट बैंक ऑफ चाइना ने 2020 में इस क्षेत्र में बिगड़ती आर्थिक स्थिति के बाद भी कोई ऋण नहीं दिया है। यह आंकड़े हाल ही में वाशिंगटन थिंक टैंक और बोस्टन यूनिवर्सिटी ग्लोबल डवलपमेंट पॉलिसी की रिपोर्ट में दिए हैं।                                                                                                                       

फिलहाल चीन की बैंक अब ऋण को लेकर ज्यादा सावधान दिखाई दे रही हैं। अब वे यह भी देख रही हैं कि क्या उन्हें ऋण की अदायगी समय पर मिल सकती है। 2020 के दक्षिण अमेरिका को ऋण देने आंकड़ों में आई गिरावट पर चीन की बैंकों और विदेश मंत्रालय ने कोई टिप्पणी नहीं की है।

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