अंतरिक्ष में चीनी राकेट बेकाबू, पृथ्वी पर मचा सकता है तबाही, दुनिया चिंतित, यूएस-चिली के बीच गिरने की आशंका

चीन का लक्ष्य 2030 तक अमेरिका रूस और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी सहित प्रतिद्वंद्वियों के साथ रहने के लिए एक प्रमुख अंतरिक्ष शक्ति बनना है। लांगमार्च 5बी के विफल होने से उसके इस लक्ष्य को पूरा होने में कठिनाई आ सकती है।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Wed, 05 May 2021 08:24 PM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 07:17 AM (IST)
अंतरिक्ष में चीनी राकेट बेकाबू, पृथ्वी पर मचा सकता है तबाही, दुनिया चिंतित, यूएस-चिली के बीच गिरने की आशंका
चीनी राकेट लांग मार्च 5बी पृथ्वी के वायुमंडल में आठ मई को कर सकता है प्रवेश।

बीजिंग, एजेंसियां। चीन से फैली कोरोना महामारी से परेशान दुनिया की चिंता अब उसके एक राकेट ने बढ़ा दी है। बेकाबू हो चुके चीनी राकेट लांग मार्च 5बी पृथ्वी पर पुन: प्रवेश के दौरान तबाही मचा सकता है। इसे लेकर विश्व में चिंता जताई जा रही है। पृथ्वी के वायुमंडल में आठ मई को प्रवेश कर सकता है।

अमेरिका ने कहा- पृथ्वी के वायुमंडल में आठ मई को कर सकता है प्रवेश

अमेरिकी सरकार ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि 21 टन का यह राकेट आठ मई के आसपास कभी भी पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश कर सकता है। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने इस राकेट के वायुमंडल में पुन: प्रवेश की संभावित तारीख बताते हुए कहा कि फिलहाल यह बता पाना मुश्किल है कि यह पृथ्वी के वायुमंडल में किस क्षेत्र से प्रवेश करेगा। स्पेस ट्रैक पर इस रॉकेट की स्थिति के बारे में नियमित जानकारी दी जा रही है। इसके बारे में जैसे-जैसे जानकारी मिल रही है, सरकार उसे भी उपलब्ध करवाती जा रही है। अन्य सेटेलाइट ट्रैक्टर्स ने भी 100 फीट लंबे और 16 फीट चौड़े राकेट के बारे में बताया है। इसे 2021-035बी नाम दिया गया है। यह प्रति सेकंड चार मील की गति से चल रहा है।

अमेरिका के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा- चाइनीज राकेट की स्थिति पर नजर रखी जा रही है

अमेरिका के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता माइक हावर्ड ने कहा कि अमेरिकी स्पेस कमांड की निगरानी में यह मामला है। चाइनीज राकेट की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है, लेकिन पृथ्वी के वायुमंडल में इसके पुन: प्रवेश के कुछ घंटे पहले ही पता चल सकेगा कि यह किस जगह से प्रवेश करेगा।

लांगमार्च 5बी चीन का सबसे बड़ा करियर राकेट

पिछले सप्ताह अंतरिक्ष में चीन के आगामी स्पेस स्टेशन के पहले बिल्डिंग ब्लाक तिआनहे को भेजने के लिए लांगमार्च 5बी का इस्तेमाल किया गया था। तिआनहे को चीन के हैनान प्रांत स्थित सेंटर से लांग मार्च 5बी के जरिये 29 अप्रैल को लांच किया गया था। यह चीन का सबसे बड़ा करियर राकेट है।

अंतरिक्ष मामलों के विशेषज्ञ मेगडोबल ने कहा- लांगमार्च 5बी राकेट का यात्रा मार्ग अनिश्चित

अंतरिक्ष मामलों के विशेषज्ञ जोनाथन मेगडोबल ने बताया कि यह अच्छे संकेत नहीं हैं। पिछली बार लांग मार्च 5बी राकेट छोड़ा था तो इसमें से धातु की बड़ी छड़ें आकाश में निकली थी, जिसके धरती पर टकराने के दौरान आइवरी कोस्ट में इमारतों को नुकसान पहुंचा था। कई छड़ें आकाश में ही जल गईं, लेकिन कुछ हिस्से धरती पर ही गिरे थे। हालांकि इससे जान-माल को कोई नुकसान नहीं हुआ था। उन्होंने कहा कि जिस तरह से यह आगे बढ़ रहा है, उससे यह न्यूयार्क और मैड्रिड तथा दक्षिण में चिली या न्यूजीलैंड की ओर से प्रवेश कर सकता है। फिलहाल यह अनुमान है, क्योंकि इसका यात्रा मार्ग अनिश्चित है।

जान-माल के नुकसान का अंदेशा

हालांकि उम्मीद है कि पृथ्वी के टकराने से पहले ही इसका अधिकांश हिस्सा जलकर खाक हो जाएगा। जो हिस्सा नहीं जलेगा, वह भी समुद्र या किसी खुले स्थान पर ही गिरेगा। मगर इसके बावजूद जान-माल के नुकसान का अंदेशा बना हुआ है।

चीनी बेकाबू राकेट पृथ्वी की ओर बढ़ रहा, आबादी क्षेत्र में गिरा तो गंभीर नुकसान हो सकता है

विशेषज्ञों के अनुसार यह बीते कुछ दिनों से धीमी गति से, लेकिन अनिश्चित तरीके से पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है। पृथ्वी के वायुमंडल में पुन: प्रवेश करने वाला यह अब तक का सबसे बेकाबू राकेट है। अभी तक के अनुमान के अनुसार यह एक छोटे विमान दुर्घटना जैसा हो सकता है, लेकिन यदि भीड़ भरी आबादी वाले इलाके में गिरा तो गंभीर नुकसान हो सकता है। पिछले साल लांग मार्च 5बी का पृथ्वी पर पुन: प्रवेश हुआ था, जो अब तक का चौथा सबसे अनियंत्रित प्रवेश माना गया था। उस समय यह लॉस एंजिल्स और न्यूयॉर्क शहर के ऊपर उड़ान भरने के बाद पश्चिम अफ्रीका के तट से दूर मॉरिटानिया के पश्चिमी तट की ओर बढ़ते हुए पानी में बह गया था।

चीन का लक्ष्य 2030 तक अंतरिक्ष शक्ति बनना है, राकेट के विफल होने से सपने हुए चकनाचूर

उन्होंने कहा कि लांग मार्च 5बी फाल्कन 9 दूसरे चरण की तुलना में सात गुना अधिक है, जो कुछ हफ्तों पहले सिएटल के ऊपर प्रवेश करने पर चर्चा में रहा था। चीन का लक्ष्य 2030 तक अमेरिका, रूस और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी सहित प्रतिद्वंद्वियों के साथ रहने के लिए एक प्रमुख अंतरिक्ष शक्ति बनना है और पृथ्वी की परिक्रमा करने वाला सबसे उन्नत अंतरिक्ष स्टेशन का निर्माण करना है। हालांकि लांग मार्च 5बी के विफल होने से उसके इस लक्ष्य को पूरा होने में कठिनाई आ सकती है।

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