China Vaccine Diplomacy: वैक्‍सीन बाजार पर चीन की नजर, खतरनाक डेल्‍टा वैरिएंट की लहर के साथ चीनी राष्‍ट्रपति ने किया ये बड़ा ऐलान

दुनियाभर में डेल्टा वैरिएंट के मामलों में तेजी से प्रसार के बाद दुनियाभर में वैक्सीन की मांग बढ़ी है। दुनिया के सभी मुल्‍क जल्द से जल्द अपनी आबादी का वैक्सीनेशन करना चाहते हैं लेकिन वैक्सीन की कमी के कारण मांग और आपूर्ति का मामला बिगड़ गया है।

By Ramesh MishraEdited By: Publish:Fri, 06 Aug 2021 01:32 PM (IST) Updated:Fri, 06 Aug 2021 03:17 PM (IST)
China Vaccine Diplomacy: वैक्‍सीन बाजार पर चीन की नजर, खतरनाक डेल्‍टा वैरिएंट की लहर के साथ चीनी राष्‍ट्रपति ने किया ये बड़ा ऐलान
खतरनाक डेल्‍टा वैरिएंट की लहर के साथ चीनी राष्‍ट्रपति ने किया ये बड़ा ऐलान। फाइल फोटो।

बीजिंग, एजेंसी। दुनियाभर में डेल्टा वैरिएंट के मामलों में तेजी से प्रसार के बाद दुनियाभर में वैक्सीन की मांग बढ़ी है। दुनिया के सभी मुल्‍क जल्द से जल्द अपनी आबादी का वैक्सीनेशन करना चाहते हैं, लेकिन वैक्सीन की कमी के कारण मांग और आपूर्ति का मामला बिगड़ गया है। वैक्‍सीन की जितनी डिमांड है, उतनी सप्लाई नहीं हो पा रही है। ऐसे में अब चीन वैक्सीन बाजार में दबदबा बनाने की योजना बना रहा है। एक बार फ‍िर चीन की वैक्‍सीन डिप्‍लोमेसी सुर्खियों है। हालांकि, चीन में पिछले कुछ दिनों के अंदर कोरोना के मामलों में तेजी देखी गई है। वहां इस समय सबसे खतरनाक डेल्टा वैरिएंट के केस सामने आ रहे हैं। ऐसे में चीन के समक्ष दोहरी चुनौती है कि वह अपने देश में वैक्‍सीन प्रोगाम में तेजी लाते हुए दुनिया को इसकी आपूर्ति कर सके।

दुनिया के अलग-अलग देशों तक दो अरब वैक्सीन पहुंचाने का लक्ष्‍य

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने दुनियाभर में वैक्‍सीन एक्‍सपोर्ट करने की रणनीति पर जोर दिया है। उन्‍होंने कहा है कि वे इस महीने के आखिर तक चीन दुनिया के अलग-अलग देशों तक दो अरब वैक्सीन पहुंचाने का लक्ष्‍य रखता है। हालांकि, चीन के राष्‍ट्रपति ने यह नहीं बताया कि बीजिंग इसमें से कितनी वैक्सीन बेचेगा और कितनी गरीब देशों को मुफ्त में देगा। वैक्सीन की सप्लाई किस हिसाब से होगी इसका खुलासा उन्‍होंने नहीं किया है। चीनी राष्ट्रपति ने अपना यह संदेश एक वीडियो मैसेज के जरिए दिया है, जिसे सीसीटीवी न्यूज ने जारी किया है।

वैक्सीन प्रोग्राम के तहत 10 करोड़ डॉलर की डोज मुफ्त देगा चीन

हालांकि, चीन के राष्‍ट्रपति ने 10 करोड़ डॉलर के वैक्सीन डोज इंटरनेशनल वैक्सीन प्रोग्राम के तहत मुफ्त देने की बात कही है। इस कार्यक्रम का नाम कोवैक्स है। इस कार्यक्रम को विश्व स्वास्थ्य संगठन चला रहा है। इस प्रोग्राम के तहत दुनिया के गरीब मुल्‍कों को वैक्सीन के डोज की आपूर्ति की जाती है। पिछले सप्ताह चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिजियान ने कहा था कि उनका देश अब तक दुनिया में 70 करोड़ वैक्‍सीन की डोज भेज चुका है।

अमेरिका और चीन में होड़

कोरोना काल में बीजिंग और वाशिंगटन के बीच वैक्सीन डिप्लोमेसी को लेकर होड़ लगी हुई है। इसके पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने घोषण की थी कि अमेरिका 10 करोड़ वैक्सीन जरूरतमंद देशों को दान कर चुका है। अगले महीने से अमेरिका फाइजर वैक्सीन के 50 करोड़ डोज दान करने जा रहा है। यह डोज 100 गरीब देशों को दिए जाएंगे।

भारत कर रहा पड़ोसियों की मदद

भारत में कोरोना की दूसरी लहर के साथ नेपाल, बांग्लादेश, भूटान, मालदीव, सेशल्स, म्यांमार और मॉरीशस को कोरोना टीकों की खेप भेज चुका है। इतना ही नहीं भारत अब सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील और मोरक्को सहित कई देशों को भी कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति कर रहा है। भारत से अब तक 22 से अधिक देशों ने कोविड वैक्‍सीन की आपूर्ति की गुजारिश की है। इनमें से 15 मुल्‍कों को वैक्‍सीन की खेप भेज भी दी गई है। इन देशों को वैक्‍सीन की 56 लाख डोज अनुदान सहायता के तौर पर, जबकि 105 लाख डोज अनुबंध के तौर पर आपूर्ति की गई है। भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया कि कुछ गरीब देशों को अनुदान के आधार पर टीके की आपूर्ति की जा रही है जबकि कुछ कीमत चुकाकर टीका चाहते हैं।

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