सैन्‍य कमांडर स्‍तर की वार्ता से ठीक पहले चीन की नापाक हरकत, गलवन झड़प पर जारी किया प्रोपेगेंडा वीडियो

ऐसे में जब पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर टकराव के बिंदुओं से सैनिकों के पीछे हटने की प्रक्रिया जारी है चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। चीन ने गलवन घाटी में हुई झड़प का कथित वीडियो जारी कर भारतीय सेना पर तनाव बढ़ाने का आरोप लगाया है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Fri, 19 Feb 2021 09:33 PM (IST) Updated:Sat, 20 Feb 2021 01:25 AM (IST)
सैन्‍य कमांडर स्‍तर की वार्ता से ठीक पहले चीन की नापाक हरकत, गलवन झड़प पर जारी किया प्रोपेगेंडा वीडियो
सैन्य कमांडर स्तर की वार्ता से ठीक पहले चीन ने एक प्रोपेगेंडा वीडियो जारी किया है।

नई दिल्‍ली, आइएएनएस/जेएनएन। पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर टकराव के बिंदुओं से सैनिकों के पीछे हटने की प्रक्रिया के बीच शनिवार को सुबह 10 बजे से भारत और चीन के बीच सैन्य कमांडर स्तर की 10वें दौर की बातचीत होगी। लेकिन चीन ने शनिवार को होने वाली इस वार्ता से पहले बीजिंग ने गलवन घाटी में हुए संघर्ष का एक वीडियो जारी कर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की है। हालांकि भारतीय सेना ने संयम का परिचय देते हुए उस पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की। यह वीडियो चीन में एक निजी समाचार संगठन को जारी किया गया जो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया है। 

भारतीय सेना पर लगाया आरोप 

चीन ने इस प्रोपेगेंडा वीडियो को जारी करते हुए भारतीय सेना पर आक्रामक रुख अपनाने का आरोप लगाया है। चीन का कहना है कि भारतीय सेना के आक्रमक रुख के चलते ही गलवन घाटी में झड़प की घटना हुई थी। समाचार एजेंसी आइएएनएस के मुताबिक चीन ने सोशल मीडिया पर जारी इस वीडियो में आरोप लगाया है कि भारतीय सेना के आक्रामक रुख के चलते ही गलवन में झड़प हुई थी। 

भारतीय सेना ने दिखाया सौहार्द 

भारतीय सेना ने सैन्य कमांडर स्तर की वार्ता की गंभीरता को देखते हुए अभी इस वीडियो पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। इस वीडियो को चीन के एक निजी समाचार संस्‍थान की ओर से जारी किया गया। वीडियो जारी होते ही यह तेजी से वायरस होने लगा है। 

चीनी सैनिकों ने ले रखे थे हथियार 

सनद रहे कि गलवन घाटी में 15 जून को भारतीय सेना के बिहार रेजिमेंट के बहादुर सैनिकों ने कर्नल संतोष बाबू के नेतृत्व में बिना किसी हथियार के भारतीय इलाके में अवैध रूप से घुस आए चीनी सैनिकों से जमकर लोहा लिया था। भारतीय सैनिकों से तीन गुने से भी ज्यादा संख्या में आए चीनी सैनिकों के हाथ में लोहे की राड, नुकीली लाठियां-डंडे से लेकर पत्थर और धारदार हथियार थे। 

चीनी सेना के मंसूबों पर फ‍िरा था पानी 

गलवन में अवैध पोस्ट बनाने के चीनी सेना के मंसूबों पर पानी फेरते हुए बहादुर भारतीय सैनिकों ने बिना हथियारों के ही घंटों संघर्ष करते हुए चीनी सेना को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया था और इसी दौरान कर्नल बाबू समेत 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। 

सैनिकों की संख्या को लेकर चुप्पी

भारत ने घटना के अगले ही दिन अपने इन बहादुर सैनिकों की कुर्बानी की बात स्वीकार करते हुए उन्हें सर्वोच्च श्रद्धांजलि दी थी जबकि चीन ने अपने मारे गए सैनिकों की संख्या को लेकर चुप्पी साधे रखी थी। अब आठ महीने बाद जाकर उसने अपने सैनिकों को श्रद्धांजलि दी है।

चीन ने माना- मारे गए थे उसके सैनिक 

पूर्वी लद्दाख की गलवन घाटी में हुए खूनी संघर्ष में अब तक अपने हताहत सैनिकों की संख्या छिपाते रहे चीन ने आखिरकार यह कुबूल कर लिया है कि इस भिड़ंत में उसके भी सैनिक मारे गए थे, हालांकि उसने मरने वाले सैनिकों की संख्या सिर्फ पांच बताई है। इसके साथ ही चीन ने यह भी स्वीकार किया है कि उसके मारे गए सैनिकों में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) का रेजिमेंट कमांडर स्तर का अधिकारी भी शामिल था।

मारे गए सैनिकों की संख्या को उजागर किया

काराकोरम पर्वत की घाटी में 15 जून को हुई इस घटना के आठ महीने बाद चीन ने शुक्रवार को पहली बार अपने मारे गए सैनिकों की संख्या को उजागर किया। चीन सरकार के मुखपत्र 'ग्लोबल टाइम्स' ने गलवन घाटी में भारतीय सैनिकों के हाथों मारे गए अपने सैनिकों के नाम प्रकाशित कर उनके योगदान को याद किया। चीन के केंद्रीय सैन्य आयोग (सीएमसी) ने अपने इन सैनिकों को वीरता पुरस्कारों से भी नवाजा है। 

चीन बोला- हमारे चार सैनिक मारे गए 

इस आयोग के अध्यक्ष खुद चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग हैं। चीनी सेना का कहना है कि उसके चार सैनिक गलवन में भारतीय सैनिकों के साथ हुए संघर्ष में मारे गए। जबकि अपने साथियों के बचाव में गए एक सैनिक की नदी में गिरने से मौत हो गई।

कमांडर स्‍तर की वार्ता से पहले खुलासा 

यहां यह उल्लेखनीय है कि दो हफ्ते पहले ही रूस की समाचार एजेंसी 'तास' ने इस संघर्ष में 45 चीनी सैनिकों के मारे जाने का अनुमान लगाया था। जबकि अमेरिकी खुफिया एजेंसी की पिछले साल की रिपोर्ट में करीब 35 चीनी सैनिकों के मारे जाने की बात कही गई थी। अपने सैनिकों के मारे जाने को लेकर चीन का यह कुबूलनामा ऐसे समय आया है जब वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर सैन्य टकराव घटाने को लेकर भारत और चीन के सैनिक समाधान की ओर बढ़ रहे हैं और कल यानी शनिवार को कमांडर स्‍तर की वार्ता होने वाली है।

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