चीन बोला- तालिबान से बगराम एयरबेस लेने की बात झूठी, पूर्व अमेरिकी राजदूत ने लगाया था आरोप
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की पूर्व राजदूत निक्की हेली ने भी कहा था कि चीन बगराम एयरबेस को हासिल करने की कोशिश कर रहा है। चीन पर नजर रखने की जरूरत है। मुझे लगता है कि चीन बगराम के लिए कदम आगे बढ़ाएगा।
बीजिंग, प्रेट्र। चीन ने उस खबर को पूरी तरह से फर्जी करार दिया है, जिसमें दावा किया गया था कि अमेरिकी सेना के बगराम एयरबेस खाली करने के बाद अफगानिस्तान ने इसे चीन को सौंपने का फैसला किया है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन से जब मीडिया ब्रीफिंग में पूछा गया, क्या तालिबान की योजना चीन को बगराम एयरबेस और कंधार एयरपोर्ट पाकिस्तान को सौंपने की है, तो उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से फेक न्यूज है।
उल्लेखनीय है कि जुलाई में अमेरिकी सेना ने बगराम एयरबेस छोड़ दिया था, जोकि पिछले 20 सालों से उसके कब्जे में था। इस दौरान यह एयरबेस हजारों अमेरिकी सैनिकों का घर था। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की पूर्व राजदूत निक्की हेली ने भी कहा था कि चीन बगराम एयरबेस को हासिल करने की कोशिश कर रहा है। चीन पर नजर रखने की जरूरत है। मुझे लगता है कि चीन बगराम के लिए कदम आगे बढ़ाएगा।
इस दौरान निक्की हेली ने वर्तमान स्थितियों के संदर्भ में बाइडन प्रशासन से कहा था कि अमेरिका की सबसे पहली जरूरत है कि वह अपने मित्र देशों भारत, जापान, आस्ट्रेलिया के साथ मजबूती से समन्वय बनाए और उनको साथ देने के प्रति आश्वस्त करे। इस समय ताइवान, यूक्रेन, इजरायल जैसे देशों के साथ भी खड़ा होने की जरूरत है।
पूर्व अमेरिकी राजनयिक ने कहा कि यह सुनिश्चित करना जरूरी हो गया है कि हम पूरी तरह सुरक्षित रहें। ये वो हालात हैं, जब रूस निरंतर साइबर हमले कर रहा है, आतंकवाद बढ़ रहा है। हमें चीन पर भी नजर रखने की जरूरत है। उन्होंने अफगानिस्तान से सेना की वापसी पर कहा कि बाइडन प्रशासन ने अमेरिकी लोगों का विश्वास खो दिया है। वहां जिहादी जश्न मना रहे हैं और हमने उनके लिए अपने अरबों डालर के अत्याधुनिक उपकरण और हथियार छोड़ दिए।