चीन ने उड़ाया यूएस का मजाक, अमेरिकी विमानों पर झूला झूल रहे तालिबानियों का वीडियो किया शेयर
वीडियो में तालिबानी आतंकी अमेरिकी विमानों पर रस्सी बांधकर झूला झूल रहे हैं। उन्होंने यह वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन लिखा साम्राज्यों का कब्रिस्तान और उनकी युद्ध की मशीनें। तालिबान ने उनके विमानों को झूलों और खिलौनों में तब्दील कर दिया है।
बीजिंग, एएनआइ। अफगानिस्तान से सैनिकों की वापसी के बाद चीन लगातार अमेरिका को निशाने पर ले रहा है। अब चीन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने अमेरिका का मजाक उड़ाने के मकसद से अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट किया है। यह वीडियो चीनी सरकार के प्रवक्ता झाओ लिजियान द्वारा साझा किया गया है।
इस वीडियो में तालिबानी आतंकी अमेरिकी विमानों पर रस्सी बांधकर झूला झूल रहे हैं। उन्होंने यह वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन लिखा, 'साम्राज्यों का कब्रिस्तान और उनकी युद्ध की मशीनें। तालिबान ने उनके विमानों को झूलों और खिलौनों में तब्दील कर दिया है।'
सात महीने बाद चिनफिंग और बाइडन के बीच फोन पर हुई बात
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच हाल ही में फोन पर बातचीत हुई। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय रिश्तों की खटास को कम करने के उद्देश्य से बाइडन ने सात महीने में पहली बार चिनफिंग से फोन पर नब्बे मिनट बात की। व्हाइट हाउस के मुताबिक, बाइडन ने चिनफिंग को यह संदेश दिया कि विश्व की दो बड़ी अर्थ व्यवस्थाएं रहते हुए दोनों देश प्रतिस्पर्धी रहें, लेकिन भविष्य में ऐसी कोई स्थिति न आए जहां दोनों देशों के बीच संघर्ष के हालात हो जाएं।
बता दें कि दोनों नेताओं के बीच यह बात ऐसे समय में हुई है जब दोनों देशों के बीच कई मुद्दों को लेकर कड़ावहट आ गई। चीन की तरफ से किए जा रहे साइबर सुरक्षा उल्लंघन, कोरोनो वायरस महामारी से निपटने के तरीके से अमेरिका नाराज है। हाल ही में व्हाइट हाउस ने चीनी व्यापार नियमों को 'जबरदस्ती और अनुचित' बताया था।
चीन अफगानिस्तान को देगा 3.1 करोड़ अमरिकी डालर
चीन ने अफगानिस्तान को आर्थिक मदद देने का का एलान किया है। कुछ दिन पहले चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा था कि तालिबान की कार्यवाहक सरकार इस्लामिक अमीरात का समर्थन करते हुए अफगानिस्तान को 3.1 करोड़ अमरिकी डालर की सहायता करेगा। मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग के मुताबिक, इस निर्णय की घोषणा अफगानिस्तान के पड़ोसी देशों के विदेश मंत्रियों की पहली बैठक के दौरान की गई थी। इस सहायता राशि का इस्तेमाल अफगान लोगों के लिए किया जाएगा।