अपनी जमीनी सेना को मजबूत करने में लगा है चीन, दिए जा रहे आधुनिक टैंक और हथियार

चीन अपनी जमीनी सेना के आधुनिकीकरण को अंजाम देने के लिए तेजी से कार्य कर रहा है। चीनी सेना के वेस्टर्न कमांड थ्येटर का एक पार्ट शिनजियांग मिलिट्री जिला है। अब यहां की सेनाओं को भी अत्याधुनिक टैंक और हथियार दिए जा रहे हैं।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 06:55 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 06:55 PM (IST)
अपनी जमीनी सेना को मजबूत करने में लगा है चीन, दिए जा रहे आधुनिक टैंक और हथियार
चीन अपनी जमीनी सेना के आधुनिकीकरण को अंजाम देने के लिए तेजी से कार्य कर रहा है।

हांगकांग, एएनआइ। चीन अपनी जमीनी सेना के आधुनिकीकरण को अंजाम देने के लिए तेजी से कार्य कर रहा है। अमेरिका के हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के बेलफर सेंटर फॉर साइंस एंड इंटरनेशनल अफेयर के अध्ययन के अनुसार पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के वेस्टर्न कमांड थ्येटर का एक पार्ट शिनजियांग मिलिट्री जिला है। यहां 90 हजार से एक लाख बीस हजार के लगभग सैनिक हैं।

शिनजियांग प्रांत में रहने वाली इस सेना का आधुनिकीकरण अन्य स्थानों पर तैनात सेनाओं की अपेक्षा कम हुआ है। चीन ने अब तक सबसे ज्यादा ध्यान ताइवान के निकट वाली सेनाओं के आधुनिकीकरण की ओर ही दिया है। पिछले साल तक इस क्षेत्र की सेनाओं के पास टाइप 88 जैसे युद्धक टैंक और टाइप 63 जैसे सैनिकों को ले जाने वाले बख्तरबंद वाहन थे। अध्ययन के अनुसार अब यहां की सेनाओं को भी अत्याधुनिक टैंक और हथियार दिए जा रहे हैं।

आधुनिकीकरण का यह कार्य पिछले साल से तेज हुआ है। माना जा रहा है कि भारत से सीमा विवाद के बाद उसने इस तरह से अपनी सेना को नए रूप में आने की प्रक्रिया शुरू की है। एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार चीन आत्मघाती खतरनाक ड्रोन भी सेना में शामिल करने की योजना बनाए हुए है।

बीते दिनों चीन ने एक बड़े युद्धाभ्यास का वीडियो जारी किया था। इसको देखने से साफ लगता है कि जैसे चीन किसी बड़े हमले की तैयारी में हो। विशेषज्ञ इसको ताइवान पर हमले की तैयारी के रूप में देख रहे हैं। युद्धाभ्यास के वीडियो में चालीस हजार टन वजन वाला टाइप 075 युद्धपोत भी दिखाई दे रहा है। इस युद्धपोत की खासियत है कि इस पर एक साथ तीस हेलीकॉप्टर और एक हजार सैनिकों को लेकर जाया जा सकता है।

दरअसल चीन सीधे कोई टकराव वाला बयान देने से बचता है यही वजह है कि एक सैन्य अधिकारी ने ग्लोबल टाइम्स को बताया कि लंबे समय से ताइवान और अन्य देश यह मानते हैं कि चीन के पास वो ताकत नहीं है जिससे इन द्वीपों पर ऑपरेशन किया जा सके। चीनी अधिकारी ने गीदड़भभकी देने के अंदाज में कहा कि युद्धाभ्यास अन्य देशों को साफ संदेश देता है कि हम अपनी संप्रुभता और सुरक्षा के लिए पूरी तरह से सक्षम हैं। 

chat bot
आपका साथी