China Economy: चीन की फैक्ट्रियों में निर्यात की गतिविधियों में इस माह आई तेजी
China Economy कोविड-19 के कारण दुनिया में सबसे पहले बंद होने और खुलने वाली अर्थव्यवस्था चीन की है। यहीं से निकले महामारी के वायरस ने पूरी दुनिया के सामने संकट खड़ा कर दिया और इससे वैश्विक अर्थव्यवस्था जर्जर अवस्था में पहुंच गई है।
बीजिंग, एपी। दुनिया भर की गतिविधियों को बाधित करने वाले चीन से निकले कोरोना वायरस के कारण फैली महामारी से रिकवरी के संकेत बीजिंग की फैक्ट्रियों में दिख रहे हैं। सरकार की ओर से कराए गए एक सर्वे के अनुसार, कोरोना वायरस महामारी के बाद चीन के फैक्ट्री में गतिविधियां अपनी गति में वापस आ रही हैं।
पिछले साल दिसंबर में चीन में महामारी की शुरुआत हुई थी और यह दुनिया में बंद होने वाली पहली इकोनॉमी थी। साथ ही दोबारा खुलने में भी चीन की इकोनॉमी ही पहले स्थान पर है। घरेलू उपभोक्ता पुराने परिपाटी पर वापस तो आ रहे हैं लेकिन काफी धीमी गति से।
उल्लेखनीय है कि बीजिंग ने मार्च के अंत में महामारी के कंट्रोल में होने की बात कहते हुए रिकवरी की शुरुआत कर दी थी। चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ने घोषणा की थी कि अब देश में संक्रमण काबू में है और वहां लॉकडाउन हटा लिए गए थे। देश में फैक्ट्रियों व दुकानों को दोबारा खोल दिया गया था।
चीन के रेस्तरां और जिम की शुरुआत के साथ सबवे कारों और हवाई अड्डे के डिपार्चर लाउंज से भरे हुए हैं। जिस वक्त कोविड-19 को दुनिया में महामारी घोषित किया गया उस वक्त चीन की सरकार ने ऐलान किया था कि 8 अप्रैल से कोविड-19 के केंद्र वुहान में आंशिक रूप से लॉकडाउन हटाया जाएगा। वहीं वुहान के अलावा हुबेई के अन्य हिस्सों में यात्रा प्रतिबंध को 24 मार्च की आधी रात से ही हटा दिया गया। उस वक्त दुनिया के 186 देशों तक घातक वायरस का संक्रमण फैल चुका था। जनवरी में सील हुए वुहान की वजह से जनवरी से मार्च तक की तिमाही में चीन की जीडीपी विकास दर में 6.8% की गिरावट आई थी।
अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी (Johns Hopkins University) के अनुसार, बुधवार सुबह तक दुनिया भर में कोरोना वायरस (coronavirus) संक्रमण का आंकड़ा 3 करोड़ 35 लाख हो गया है वहीं इससे मरने वालों की संख्या 10 लाख से अधिक है।