#ChangeInChina: भारत के दबाव में बदला रुख, मुंबई अटैक को बताया 'सबसे कुख्यात' आतंकी हमला

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित करने के प्रस्ताव पर वीटो लगाने के बाद चीन पर भारत के साथ अमेरिका ब्रिटेन और फ्रांस ने काफी दबाव बनाया है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Mon, 18 Mar 2019 10:45 PM (IST) Updated:Tue, 19 Mar 2019 11:33 AM (IST)
#ChangeInChina: भारत के दबाव में बदला रुख, मुंबई अटैक को बताया 'सबसे कुख्यात' आतंकी हमला
#ChangeInChina: भारत के दबाव में बदला रुख, मुंबई अटैक को बताया 'सबसे कुख्यात' आतंकी हमला

बीजिंग, प्रेट्र। Pulwama Terror Attack के मास्टरमाइंड और भारत में मोस्टवांटेड पाकिस्तानी मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी करार दिए जाने के प्रस्ताव पर वीटो लगाने के बाद भारत के साथ अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस का दबाव झेल रहे  चीन ने अपने रुख में बदलाव का संकेत दिया है। उसने पहली बार  2008 के मुंबई हमले को 'सबसे कुख्यात' आतंकवादी हमला करार दिया है। चीन ने पाकिस्तान में बैठकर खौफनाक साजिश रचने वाले आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा का भी नाम लिया है। ये बयान ऐसे वक्त में आया है, जब पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी चीन की यात्रा पर हैं।

चीन ने लगाया है अड़ंगा
आपको बता दें कि हाल ही में चीन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में जैश-ए-मुहम्मद के सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने पर वीटो लगाया है। मसूद अजहर के मामले में चीन का यूं अडंगा लगाना भारत समेत कई देशों को अखरा है। अमेरिका, ब्रिटन और फ्रांस ने न सिर्फ अपनी नाराजगी का इजहार किया बल्कि चीन पर दबाव बनाने के कूटनीतिक रास्ते भी तलाश रहे हैं। ऐसे में चीन का मुंबई हमले के बारे में ऐसा बयान देना चीन के रुख में हैरान करने वाला बदलाव है। मालूम हो कि 2008 के मुंबई Terror Attack को पाकिस्तान से आए 10 आतंकियों ने अंजाम दिया था। भारत पर अब तक के सबसे बड़े हमले में 150 से ज्यादा लोगों की जान गई थी।

खुद भी आतंक से है त्रस्त
अपने अशांत शिनजियांग प्रांत में आतंकवादियों के खिलाफ व्यापक अभियान पर जारी श्वेत पत्र में चीन ने कहा है कि पिछले कुछ वर्षों में आतंकवाद और उग्रवाद के वैश्विक प्रसार ने मानवता पर आघात पहुंचाया है। श्वेत पत्र में मुंबई आतंकवादी हमले को सबसे कुख्यात आतंकवादी हमलों' में से एक करार दिया गया है।

पाक विदेश मंत्री चीन में
दिचलस्प है कि 'शिनजियांग में आतंकवाद एवं उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई और मानवाधिकारों की सुरक्षा' शीर्षक वाले इस श्वेत पत्र को ऐसे समय में जारी किया गया है, जब पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी चीन की यात्रा करने वाले हैं। चीन के स्टेट काउंसिल इंफॉर्मेशन ऑफिस की तरफ से जारी श्वेत पत्र में कहा गया है कि दुनियाभर में आतंकवाद और उग्रवाद ने शांति और विकास के लिए गंभीर खतरा बना गया है, इससे लोगों की जिंदगी और संपत्ति को भी खतरे में डाल दिया है।

जैश ने ली है पुलवामा हमले की जिम्मेदारी
हालांकि, यह श्वेत पत्र चीन के दोहरे रवैये को ही प्रदर्शित कर रहा है। अभी पिछले हफ्ते ही चीन ने पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठन जैश ए मुहम्मद सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव को वीटो कर रोक दिया था। जैश ने पुलवामा समेत भारत में कई आतंकी हमले कराए हैं। जैश ने पुलवामा हमले की जिम्मेदारी भी ली थी, जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे बता दें कि चीन शिनजियांग प्रांत में आतंकवादियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई कर रहा है। अब तक 10 हजार से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है।

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