सहमा ड्रैगन- विदेशी पर्यटकों, पत्रकारों व राजनयिकों के लिए तिब्बत के दरवाजे बंद किए
चीन ने इस इलाके में विदेशी पत्रकारों एवं राजनयिकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया है। इस इलाके को पूरी तरह सील कर दिया गया है।
बीजिंग [ एजेंसी ]। ल्हासा में चीनी शासन के खिलाफ 1959 के विद्रोह की 60वीं वर्षगांठ के मद्देनजर चीन ने तिब्बत में विदेशी यात्रियाें की आवाजाही पर रोक लगा दी है। बुधवार को यहां की ट्रैवल एजेंसियों से कहा गया है कि वह विदेशी पर्यटकों को एक अप्रैल तक हिमालयी क्षेत्र का भ्रमण नहीं कराएंगे।
हालांकि, अभी यह इस बात की जानकारी नहीं हो सकी है कि यह प्रतिबंध कब से लागू है। लेकिन कुछ ट्रैवल एजेंसियों का कहना है कि यह प्रतिबंध इसी माह से लागू है। बता दें कि 10 मार्च को तिब्बत में चीनी शासन के खिलाफ 1959 के विद्रोह की 60वीं वर्षगांठ है। 14 मार्च, 2008 को क्षेत्रीय राजधानी ल्हासा में सरकार विरोधी दंगे हुए थे। चीन को आशंका है कि इस दिन यहां फिर दंगे भड़क सकते हैं।
इसके अलावा चीन ने इस इलाके में विदेशी पत्रकारों एवं राजनयिकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया है। इस इलाके को पूरी तरह सील कर दिया गया है। चीन ने इस कार्यक्रम के लिए भारी सुरक्षा बलों की तैनाती की है।