कोविड-19 उत्पत्ति के लिए चीन पर अधिक दबाव नहीं दे सकते, WHO के अधिकारी का बयान
कोविड-19 उत्पत्ति के लिए चीन को जिम्मेवार माना जा रहा है। दरअसल वर्ष 2019 के अंत में कोरोना वायरस संक्रमण का पहला मामला चीन के वुहान में ही मिला था। इसके बाद ही दो से तीन माह के भीतर पूरी दुनिया को इसने संक्रमित कर दिया।
जेनेवा, एएनआइ। विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) के शीर्ष अधिकारी ने सोमवार को बताया कि कोरोना वायरस की उत्पत्ति को लेकर WHO चीन पर अधिक दबाव नहीं बना सकता है। एजेंसी के आपातकाल कार्यक्रमों के निदेशक माइक रयान (Mike Ryan) ने एक न्यूज कॉन्फ्रेंस में कहा, 'इस मामले पर किसी पर अधिक दबाव बनाने का अधिकार WHO के पास नहीं है।' यह जानकारी अल जजीरा (Al Jazeera) ने दी। साथ ही उन्होंने सदस्य देशों से पूर्ण सहयोग की भी उम्मीद जताई। रयान ने कहा, 'हमारे सदस्य राज्यों से इमें इसमें पूरे सहयोग की उम्मीद है।'
वुहान से है वायरस का लिंक: रिपोर्ट
उन्होंने यह भी प्रस्ताव दिया कि वायरस का नया वैरिएंट कहां से उत्पन्न हुआ है उसपर भी गहन अध्ययन की जरूत है। अल जजीरा ने अपनी रिपोर्ट में WHO का हवाला देते हुए कहा कि जानवरों से कोरोना वायरस की शुरुआत को लेकर भी अनेक तर्क मौजूद हैं। इस बात की भी संभावना जताई गई है कि घातक कोरोना वायरस की शुरुआत चमगादड़ से हुई थी। यह भी मानना है कि यह वायरस वुहान के लैब में बनाई गई। वुहान लैब से लीक अभी लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है। अनेकों वैज्ञानिकों ने इस जानलेवा वायरस की उत्पत्ति को लेकर पूरी जांच पर जोर दिया है।
लैब से लीक हो गया था कोरोना वायररस... विवाद
ऐसी भी थ्योरी दी जा रही है कि वुहान लैब से दुर्घटनावश कोरोना वायरस लीक हो गया और यह पूरी दुनिया में महामारी के रूप में फैल गया है। हालांकि चीन (China) इस बात से लगातार इनकार कर रहा है कि इस महामारी की शुरुआत के लिए उसका लैब जिम्मेवार है। WHO टीम के सदस्य इस साल की शुरुआत में चीन दौरे पर गए थे ताकि नोबल कोरोना वायरस की उत्पत्ति का पता लगा सकें। टीम ने कहा है कि इससे जुड़े अधिकतर डाटा तक पहुंच नहीं सके हैं। इसके बाद देश (चीन) की पारदर्शिता को लेकर सवाल उठ रहे हैं।