कनाडा में गिराई गई विक्टोरिया और एलिजाबेथ की प्रतिमाएं, पुराने आवासीय स्कूलों में बच्चों के अवशेष मिलने से बढ़ा आक्रोश
पुराने आवासीय स्कूलों में बच्चों के अवशेष मिलने से आक्रोश। प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने गुरुवार को प्रतिमाओं को ढहाने से पहले जमकर नारेबाजी की। नरसंहार में कोई गर्व नहीं जैसे नारे लगाए। यह घटना ऐसे दिन हुई जब देशभर में एक जुलाई को कनाडा दिवस मनाया जाता है।
विनिपेग, रायटर। कनाडा में पुराने आवासीय स्कूलों में मिलीं कब्रों से सैकड़ों बच्चों के अवशेष पाए जाने से लोगों में गुस्सा है। इसके विरोध में विनिपेग शहर में सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारियों ने महारानी विक्टोरिया और महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की प्रतिमाएं गिरा दीं।
प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने गुरुवार को प्रतिमाओं को ढहाने से पहले जमकर नारेबाजी की। 'नरसंहार में कोई गर्व नहीं' जैसे नारे लगाए। यह घटना ऐसे दिन हुई, जब देशभर में एक जुलाई को कनाडा दिवस मनाया जाता है। कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया और सैसकैचवेन प्रांतों में पूर्व के आवासीय स्कूलों में करीब एक हजार कब्रें मिली हैं। इन स्कूलों का संचालन कैथोलिक चर्च की ओर से किया जाता था।
इसकी जांच करने वाले आयोग ने बताया था कि ये स्कूल मूल निवासियों के बच्चों को उनके परिवारों से जबरन अलग कर देते थे। वे न सिर्फ कुपोषण का शिकार होते थे बल्कि उनका यौन शोषण भी किया जाता था। इस तरह का कृत्य 165 वर्षो से चल रहा था और 1996 तक जारी रहा। कनाडा दिवस पर प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अपने संदेश में कहा कि पूर्व के स्कूलों से बच्चों के अवशेष मिलने से जाहिर होता है कि देश में अन्याय का अस्तित्व अब भी है।