अपने नागरिकों को चीन में सजा सुनाए जाने पर भड़का कनाडा, कहा- स्‍वीकार्य नहीं, बताया अवैध

चीन में कनाडा के नागरिक 11 वर्षों की सजा सुनाए जाने से पीएम जस्टिन ट्रूडो काफी भड़के हुए हैं। एक दिन पहले भी चीन की कोर्ट ने एक कनाडा के नागरिक को मौत की सजा सुनाई थी। इसका असर दोनों देशों के रिश्‍तों पर पड़ सकता है।

By Kamal VermaEdited By: Publish:Wed, 11 Aug 2021 03:01 PM (IST) Updated:Wed, 11 Aug 2021 03:01 PM (IST)
अपने नागरिकों को चीन में सजा सुनाए जाने पर भड़का कनाडा, कहा- स्‍वीकार्य नहीं, बताया अवैध
चीन में कनाडा के नागरिकों को सुनाई गई है सजा

ओटावा (एएनआई)। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने चीन की कोर्ट द्वारा उनके नागरिक को सजा सुनाए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया व्‍यक्‍त की है। उन्‍होंने कहा है कि ये किसी भी सूरत से स्‍वीकार्य नहीं है और ये अन्‍याय है। कनाडा के इस नागरिक का नाम मिशेल स्‍पेवोर है। मिशेल को चीन में वर्ष 2018 में डिटेन किया गया था। उनके ऊपर जासूसी के आरोप लगाए गए थे। चीन की कोर्ट ने उन्‍हें इस मामले में 11 वर्ष की सजा सुनाई है। मिशेल को मिली सजा पर पीएम ट्रूडो ने कहा है इसको स्‍वीकार नहीं किया जा सकता है।

पीएम ट्रूडो ने कहा कि चीन ने ये फैसला उन्‍हें करीब ढाई वर्ष तक गैरकानूनी रूप से हिरासत में लिए जाने के बाद सुनाया है। उन्‍होंने आरोप लगाया कि चीन की तरफ से इस मामले में किसी तरह की कोई पारदर्शिता नहीं बरती गई। चीन ने इस संबंध में अंतरराष्‍ट्रीय कानूनों को भी नहीं अपनाया और उसकी अवहेलना की है। ट्रूडो ने साफ किया कि वो चीन की कोर्ट के आए इस फैसले से कतई खुश नहीं हैं।

अपने नागरिक को मिली सजा पर कनाडा के विदेश मंत्री गारन्‍यू ने भी चीन की कड़ी आलोचना की है। उन्‍होंने मिशेल की हिरासत को ही अवैध और गलत बताया है। उन्‍होंने कहा कि इस पूरे मामले में कानून की धज्जियां उड़ाई गई हैं। नियमों को ताक पर रखा गया और पारदर्शिता नहीं बरती गई। आपको बता दें कि मिशेल को लियोनिंग प्रांत से वर्ष 2018 में हिरासत में लिया गया था। स्‍थानीय अदालत ने मिशेल पर 50 हजार युआन का जुर्माना भी लगाया है। उन्‍हें कनाडा डिपोर्ट किया जाएगा या नहीं, इस बारे में फिलहाल कुछ साफ नहीं हो पाया है।

गौरतलब है कि मिशेल की गिरफ्तार वैंकोवर में हुवाई के चीफ फाइनेंशियल आफिसर मेंग वांझू को हिरासत में लिए जाने के कुछ दिन बाद हुई थी। कनाडा के एक और नागरिक मिशेल कोविरिग को भी हिरासत में लिया गया था, लेकिन उनपर अब तक कोई फैसला नहीं हुआ है। उनके मामले में सुनवाई मार्च में ही पूरी कर ली गई थी। अब इस मामले में फैसले का इंतजार है। ट्रूडो ने कहा है कि दोनों को ही गलत तरीके से हिरासत में लिया गया है। उन्‍होंने ये भी कहा है कि उनकी पहली प्राथमिकता इन दोनों को रिहा करवाने की है। इसके लिए वो दिन रात काम कर रहे हैं और जितना जल्‍दी हो इन्‍हें स्‍वदेश लाना चाहते हैं।

मिशेल कोवरिग जहां पूर्व डिप्‍लोमेट हैं वहीं स्‍पेवोर एक बिजरेसमेन हैं। कहा जा रहा है कि चीन ने मेंग वांझू की गिरफ्तारी का बदला लेने के लिए ऐसा किया था। वांझू को कनाडा में अमेरिका की रिक्‍वेस्‍ट के बाद गिरफ्तार किया गया था। आपको बता दें कि इससे पहले चीन की कोर्ट ने मंगलवार को कनाडा के एक अन्‍य नागरिक रोबर्ट शेलेनबर्ग को नशीले पदार्थों की तस्‍करी के लिए मौत की सजा सुनाई है। कनाडा ने इस फैसले का भी कड़ा विरोध किया है और इस सजा को रद करने की मांग की है। मेंग की गिरफ्तारी के बाद से ही चीन और कनाडा के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है।

chat bot
आपका साथी