कोरोना वैक्सीन के दुर्लभ प्रतिकूल असर से जल्द उबर जाते हैं युवा, जानिए और क्या कहता है ये शोध

कोविड वैक्सीन के प्रतिकूल असर संबंधी आंकड़ों की सीमित उपलब्धता के बीच हमने ऐसे लक्षणों वाले किशोरों और 21 साल से कम उम्र के युवाओं की फाइलों का अध्ययन किया। शोध का प्रकाशन सर्कुलेशन नामक पत्रिका में हुआ है।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 06:39 PM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 06:39 PM (IST)
कोरोना वैक्सीन के दुर्लभ प्रतिकूल असर से जल्द उबर जाते हैं युवा, जानिए और क्या कहता है ये शोध
21 साल से कम उम्र के युवाओं से जुड़े आंकड़ों का किया गया विश्लेषण

वाशिंगटन, प्रेट्र। विज्ञानियों का यह अध्ययन कोविड-19 वैक्सीन के दुर्लभ प्रतिकूल असर का सामना कर रहे युवाओं को राहत प्रदान करने वाला है। शोधकर्ताओं का कहना है कि कोविड-19 वैक्सीन के प्रतिकूल असर के कारण कई बार दिल की मांसपेशियों में सूजन आ जाती है। इसे मायोकार्डिटिस कहा जाता है।

इसके हल्के लक्षण वाले 21 साल से कम उम्र के युवाओं को घबराने की जरूरत नहीं है। यह जल्द ही ठीक हो जाती है। वैसे मायोकार्डिटिस एक दुर्लभ व गंभीर बीमारी मानी जाती है, जिसमें दिल कमजोर पड़ जाता है। इसमें दिल की इलेक्टि्रकल प्रणाली भी प्रभावित होती है, जो उसकी नियमित पंपिंग के लिए जिम्मेदार होती है।

शोध का प्रकाशन सर्कुलेशन नामक पत्रिका में हुआ

बोस्टन चिल्ड्रेंस हास्पिटल के एसोसिएट चेयरपर्सन व अध्ययन के नेतृत्वकर्ता जेन डब्ल्यू. न्यूबर्गर ने कहा, 'कोविड टीकाकरण के बाद मायोकार्डिटिस की शिकायतें सबसे ज्यादा किशोरों और युवाओं में आई हैं। कोविड वैक्सीन के प्रतिकूल असर संबंधी आंकड़ों की सीमित उपलब्धता के बीच हमने ऐसे लक्षणों वाले किशोरों और 21 साल से कम उम्र के युवाओं की फाइलों का अध्ययन किया।' शोध का प्रकाशन सर्कुलेशन नामक पत्रिका में हुआ है। अध्ययन के दौरान अमेरिका व कनाडा के 26 बाल चिकित्सा केंद्रों में उपलब्ध 21 साल से कम उम्र के युवाओं से जुड़े आंकड़ों का विश्लेषण किया गया।

ओमिक्रोन को लेकर सतर्क हुए कई देश

बता दें कि कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रोन के आने के बाद कई देशों में सतर्कता पहले से ज्यादा बढ़ गई है। ब्रिटेन ने दूसरे देशों से आने वाले सभी यात्रियों के लिए यात्रा पूर्व निगेटिव कोरोना जांच रिपोर्ट को फिर अनिवार्य बना दिया है। यह रिपोर्ट यात्रा शुरू करने से 48 घंटे के भीतर की होनी चाहिए। यह नियम टीका ले चुके लोगों और 12 साल से अधिक उम्र के सभी बच्चों और बड़ों पर भी लागू है। साथ ही नाइजीरिया को भी यात्रा प्रतिबंधों वाले देशों में डाल दिया है।

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