तापमान में बढ़ोतरी से धीमी नहीं होगी कोविड-19 की रफ्तार

अमेरिका में हुए एक शोध के अनुसार गर्म मौसम से भी कोविड-19 के संक्रमण का खतरा कम नहीं हो सकता है।

By Monika MinalEdited By: Publish:Tue, 02 Jun 2020 05:29 PM (IST) Updated:Tue, 02 Jun 2020 05:29 PM (IST)
तापमान में बढ़ोतरी से धीमी नहीं होगी कोविड-19 की रफ्तार
तापमान में बढ़ोतरी से धीमी नहीं होगी कोविड-19 की रफ्तार

बोस्टन, प्रेट्र। तापमान में बढ़ोतरी के बाद कम हो जाएगा नॉवेल कोरोना वायरस का संक्रमण... लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अमेरिका में हुए एक रिसर्च से यह बात सामने आई है कि अधिक तापमान से भी कोविड-19 के संक्रमण में किसी तरह का बदलाव नहीं आएगा।

इस रिसर्च को जर्नल क्लिनिकल इंफेक्शियस डिजीज में प्रकाशित किया जाएगा। बता दें कि पिछले साल चीन के वुहान शहर से निकले कोरोना वायरस ने दुनिया के तमाम देशों को चपेट में ले लिया। पूरी दुनिया में इस घातक वायरस से जारी संकट के समाधान के लिए शोध जारी है। कई देशों ने दावा किया है कि वैक्सीन तैयार हो गया है बस क्लिनिकल ट्रायल शेष है।

उल्लेखनीय है कि अप्रैल महीने में अमेरिका स्थित मैसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) के अनुसंधानकर्ताओं ने घोषणा की थी कि गर्म आर्द्र मौसम का संबंध कोविड-19 की संक्रमण दर के धीमा होने से है। इससे यह पता चलता है कि मानसून की वर्षा के दौरान एशियाई देशों में महामारी का खतरा कम होगा।

इस अध्ययन में विभिन्न देशों में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या का आकलन किया और उसकी तुलना विभिन्न इलाकों के तापमान और आर्द्रता के आधार पर की गई। इसी प्रकार अमेरिकी प्रशासन के एक लोक स्वास्थ्य अधिकारी ने हाल में घोषणा की थी कि अध्ययन में पाया गया कि सूर्य की रोशनी, उष्मा और आर्द्रता से ऐसी परिस्थितियां उत्पन्न होती है जो कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने के अनुकूल नहीं है।

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