अमेरिका में वैक्सीन नहीं लेने वालों को उठाना पड़ रहा नुकसान, कई लोगों की गई नौकरी
व्हाइट हाउस के COVID-19 प्रतिक्रिया समन्वयक जेफ जिएंट्स ने पिछले सप्ताह संवाददाताओं से बात करते हुए कहा था कि अब तक करीब 77 फीसद योग्य अमेरिकियों को वैक्सीन की कम से कम एक डोज दे दी गई है।
वाशिंगटन, रायटर। कोरोना महामारी से बचने के लिए इस वक्त वैक्सीन ही एकमात्र उपाय है। कई निजी कंपनियों ने अपने एंप्लाय को वैक्सीन लगवाना अनिवार्य किया है। ऐसे में देखा गया है कि जिन लोगों ने अब तक वैक्सीन नहीं लगवाई है उनको नुकसान भी उठाना पड़ रहा है। ताजा मामला वाशिंगटन स्टेट यूनिवर्सिटी (WSU) का है, जहां वैक्सीन आवश्यकता का पालन करने में विफल रहने पर सोमवार को मुख्य फुटबाल कोच और उनके चार सहायकों को निकाल दिया गया।
शिकागो और बाल्टीमोर जैसे शहरों में हजारों पुलिस अधिकारियों और अग्निशामकों को भी आने वाले दिनों में अपनी नौकरी खोने का खतरा है। यहां कर्मचारियों को वैक्सीन की स्टेटस रिपोर्ट दिखाना अनिवार्य है। व्हाइट हाउस के COVID-19 प्रतिक्रिया समन्वयक जेफ जिएंट्स ने पिछले सप्ताह संवाददाताओं से बात करते हुए कहा था कि अब तक करीब 77 फीसद योग्य अमेरिकियों को वैक्सीन की कम से कम एक डोज दे दी गई है।
गौरतलब है कि कोरोना से प्रभावित देशों की लिस्ट में अमेरिका सबसे शीर्ष पर है। अब तक सबसे अधिक मामले और कोरोना के कारण मौतें सबसे ज्यादा अमेरिका में दर्ज की गई हैं। यहां अब तक 45,139,100 मामले सामने आए हैं और 728,296 लोगों की मृत्यु इस वायरस के कारण हो चुकी है। अमेरिका के बाद भारत है जहां अब तक सबसे ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं और सबसे ज्यादा मौतों के मामले में ब्राजील दूसरे स्थान पर है। ब्राजील में अब तक 603,855 लोगों की कोरोना के कारण मृत्यु हो चुकी है और 21,664,879 मामले दर्ज किए जा चुके हैं।
अमेरिकी अखबार 'द न्यूयार्क टाइम्स' की रिपोर्ट के मुताबिक, 19 अक्टूबर को अमेरिका में संक्रमितों का सात दिनों का औसत आंकड़ा 79,348 दर्ज किया गया। वहीं, वायरस से मरने वालों की औसत संख्या 1557 दर्ज की गई।
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