ईरान से वार्ता के लिए खुले हैं दरवाजे, ईयू का प्रस्ताव ठुकराना निराशाजनक: अमेरिका

बाइडन प्रशासन ने 2015 के परमाणु समझौते पर वापस लौटने को लेकर ईरान के लिए बातचीत के दरवाजे खोले दिए हैं। इससे पहले ईरान ने 2015 के परमाणु समझौते पर वार्ता के प्रस्ताव को यह कहकर ठुकरा दिया था कि अभी समय नहीं आया है।

By Manish PandeyEdited By: Publish:Mon, 01 Mar 2021 02:56 PM (IST) Updated:Mon, 01 Mar 2021 02:56 PM (IST)
ईरान से वार्ता के लिए खुले हैं दरवाजे, ईयू का प्रस्ताव ठुकराना निराशाजनक: अमेरिका
अमेरिका ने कहा कि ईयू का बातचीत का प्रस्ताव ठुकराना निराशाजनक है।

वाशिंगटन, एपी। अमेरिकी प्रशासन ने एक बार फिर कहा है कि उसने 2015 के परमाणु समझौते पर वापस लौटने को ईरान के लिए बातचीत के दरवाजे खोले हुए हैं। ताजा घटनाक्रम में इस मुद्दे पर ईरान ने यूरोपीय यूनियन के बैठक करने के आमंत्रण को ठुकरा दिया है। बैठक में अमेरिका सहित सभी पक्ष शामिल हो रहे थे।

अमेरिकी प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि बैठक के प्रस्ताव को स्वीकार न करना वाकई अफसोसजनक है। वार्ता की शुरूआत का यह प्रस्ताव कूटनीतिक प्रक्रिया के लिहाज से समय और प्रारूप को लेकर काफी लचीला था। अमेरिका अब समझौते से संबंधित देशों ब्रिटेन, चीन, फ्रांस, रूस और जर्मनी से बात करेगा।

ज्ञात हो कि रविवार को ईरान ने 2015 के परमाणु समझौते पर वार्ता के प्रस्ताव को यह कहकर ठुकरा दिया था कि अभी समय नहीं आया है। इस बैठक में अमेरिका पर्यवेक्षक की भूमिका में भाग लेने वाला था। ईरान इस बात पर अड़ा हुआ है कि पहले अमेरिका ट्रंप प्रशासन के दौरान लगाए गए प्रतिबंधों को समाप्त करे या फिर उसमें राहत दे।                                                                                                 

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन कई बार कह चुके हैं कि वे ईरान के साथ 2015 में हुए परमाणु समझौते पर वापस लौटेंगे। 2018 में अमेरिका के ट्रंप प्रशासन ने इस समझौते से देश को अलग करते हुए ईरान पर कई प्रतिबंध लगा दिए थे। बाइडन प्रशासन ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र में प्रतिबंधों में लचीलापन दिखाना इस बात को जाहिर करता है कि वे समझौते के प्रति ईमानदार हैं।

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