भारतीय अमेरिकी वनिता गुप्ता बनीं एसोसिएट अटार्नी जनरल, अमेरिकी सीनेट ने दी मंजूरी

आज अमेरिकी सीनेट ने एक और भारतीय नाम के लिए मंजूरी दी है। दरअसल सीनेट की मंजूरी के साथ भारतीय मूल की वनिता गुप्ता को एसोसिएट अटॉर्नी जनरल बनाया गया है। वनिता ओबामा प्रशासन के दौरान भी जस्टिस डिपार्टमेंट में का कर चुकी हैं।

By Monika MinalEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 09:40 AM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 09:40 AM (IST)
भारतीय अमेरिकी वनिता गुप्ता बनीं एसोसिएट अटार्नी जनरल, अमेरिकी सीनेट ने दी मंजूरी
भारतीय अमेरिकी वनिता गुप्ता बनीं एसोसिएट अटार्नी जनरल (PC: twitter)

 वाशिंगटन, एएनआइ। ओबामा प्रशासन के दौरान जस्टिस डिपार्टमेंट में अपनी सेवा दे चुकी भारतीय मूल की वनिता गुप्ता को एसोसिएट अटार्नी जनरल नियुक्त किया गया है। उनके नाम पर अमेरिकी सीनेट में स्थानीय समयानुसार बुधवार को मुहर लगाई गई। बता दें कि इस पर पर नियुक्त होने वाली पहली भारतीय मूल की नागरिक होने का सम्मान भी वनिता को ही मिल रहा है। CNN के अनुसार, वनिता गुप्ता के नाम पर सीनेट में वोटिंग हुई और  51-49 के अंतर से उनके नाम को मंजूरी मिली है।  

रिपब्लिकन लिसा मुर्कोव्स्की (Lisa Murkowski ) ने बाइडन के उम्मीदवार के पक्ष में अपना वोट दिया। उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसा लगता है कि वनिता गुप्ता निजी तौर पर अन्याय का मुकाबला करने के लिए प्रतिबद्ध रही हैं।

वोटिंग से पहले राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा था कि उन्होंने ‘बहुत ही दक्ष और सम्मानित’ भारतीय मूल की वकील वनिता गुप्ता को नामित किया है, जिन्होंने अपना पूरा करियर नस्लीय समानता और न्याय की लड़ाई में लगाया है।

राष्ट्रपति बाइडन ने कहा,'मैंने न्याय विभाग में दो अहम पदों के लिए वनिता गुप्ता और क्रिस्टेन क्लॉर्क को नामित किया जो बहुत ही दक्ष और सम्मानित वकील हैं और जिन्होंने अपना पूरा करियर नस्लीय समानता और न्याय की लड़ाई में लगाया है।' 

Congratulations to Vanita Gupta on making history as the first woman of color to serve as Associate Attorney General. Now, I urge the Senate to confirm Kristen Clarke. Both are eminently qualified, highly respected lawyers who are dedicated to advancing racial equity and justice.

— President Biden (@POTUS) April 21, 2021

अमेरिकी सीनेट में वनिता गुप्ता के नाम पर वोटिंग पिछले सप्ताह ही होना था लेकिन रिपब्लिकन की ओर से इसका विरोध किया गया था क्योंकि रिपब्लिकनों की आलोचना करते हुए हाल में ही वनिता गुप्ता ने कुछ ट्वीट किए थे।  उल्लेखनीय है कि अमेरिका के जस्टिस डिपार्टमेंट में तीसरा सबसे ऊंचा पद एसोसिएट अटॉर्नी जनरल का होता ह। इस डिपार्टमेंट में एसोसिएट अटॉर्नी जनरल के तौर पर वनिता गुप्ता नागरिक अधिकारों के काम की निगरानी में अहम भूमिका निभाएंगी।

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