US Presidential Election: मतदान नियमों में बदलाव को ट्रंप कैंपेन ने कोर्ट में दी चुनौती

US Presidential Election प्रांतीय चुनाव आयोग ने नई व्यवस्था अपनाई है। इसके तहत चुनाव के दौरान अनुपस्थित रहने वाले मददाता बाद में वोट डाल सकेंगे। इनका ठीक से सत्यापन भी नहीं होगा। इससे चुनाव में धांधली होने की आशंका है।

By Dhyanendra SinghEdited By: Publish:Sun, 27 Sep 2020 06:53 PM (IST) Updated:Sun, 27 Sep 2020 06:53 PM (IST)
US Presidential Election: मतदान नियमों में बदलाव को ट्रंप कैंपेन ने कोर्ट में दी चुनौती
रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप

रैले, एपी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की चुनाव अभियान समिति और रिपब्लिकन नेशनल कमेटी ने नॉर्थ कैरोलिना के चुनाव अधिकारियों को मेल-इन-बैलेट नियमों में किए गए बदलावों को लागू करने से रोकने के लिए एक याचिका दायर की है।

याचिका के मुताबिक, प्रांतीय चुनाव आयोग ने नई व्यवस्था अपनाई है। इसके तहत चुनाव के दौरान अनुपस्थित रहने वाले मददाता बाद में वोट डाल सकेंगे। इनका ठीक से सत्यापन भी नहीं होगा। इससे चुनाव में धांधली होने की आशंका है।

हाल ही में जारी किए गए थे नए दिशा-निर्देश

प्रांतीय चुनाव आयोग ने मंगलवार को नए दिशा-निर्देश जारी किए थे। इसके तहत नवंबर के राष्ट्रपति चुनाव में मेल के जरिये मतदान करने वाले मतदाताओं को मतपत्र भरने के दबाव का सामना करने की जगह कम जानकारी देकर मतदान करने की अनुमति होगी। याचिका के मुताबिक, नए दिशा-निर्देशों से उस कानून का भी उल्लंघन होता है, जिसके मुताबिक सिर्फ वही मतपत्र मान्य होगा, जिस पर गवाह के हस्ताक्षर होंगे।

मतदान के लिए ब्लैक लोगों को लुभा रही ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी

अमेरिकी चुनाव में 40 दिनों से भी कम का समय रह गया है और अब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी दूसरी नीति की योजना का अनावरण किया, जिसमें उन्होंने ब्लैक और हिस्पैनिक मतदाताओं के पक्ष में काम करने को कहा और अपने डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी को समर्थन न देने के लिए कहा। अटलांटा, जॉर्जिया में 'ब्लैक वॉयस फॉर ट्रंप' कार्यक्रम में, ट्रंप ने अपने दूसरे कार्यकाल के अभियान में कहा, वह अश्वेत लोगों के लिए आर्थिक विकास और ऋण के पैसे को आगे बढ़ाएंगे और जूनटींथ को एक संघीय अवकाश के रूप में नामित करेंगे।

बता दें कि जूनटींथ को संयुक्त राज्य अमेरिका में गुलामी की समाप्ति की याद को लेकर जाना जाता है। 19 जून, 1865 को अमेरिका में दास प्रथा खत्म हुआ था। मुक्ति दिवस और स्वतंत्रता दिवस के रूप में इस दिन को जाना जाता है।

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