अमेरिकी डाक सेवा ने कहा, चुनाव में डाक से पड़े सभी मतपत्रों की गणना की गारंटी नहीं दे सकते
अमेरिकी डाक सेवा ने प्रांतों को चेतावनी दी है कि वह नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए डाक द्वारा डाले गए सभी मतपत्रों की गणना की गारंटी नहीं दे सकता है।
वाशिंगटन, एपी। अमेरिकी डाक सेवा ने प्रांतों को चेतावनी दी है कि वह नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए डाक द्वारा डाले गए सभी मतपत्रों की गणना की गारंटी नहीं दे सकता है। इससे इस बात की संभावना प्रबल हो गई है कि लाखों लोग मताधिकार से वंचित हो सकते हैं।
उधर, कई प्रांतों के मतदाता और सांसद इस बात की शिकायत कर रहे हैं कि महामारी के चलते प्रतिबंध वाले स्थानों से मतपेटिकाओं को हटाया जा रहा है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भले ही बड़ी संख्या में डाक के जरिये मतदान का विरोध कर रहे हैं, लेकिन महामारी को देखते हुए पोस्ट आफिस डाक के जरिये मतदान के लिए तैयार है।
डेमोक्रेट्स और कांग्रेस को लिखे पत्र में पोस्टमास्टर जनरल लुइस डेजॉय ने कहा है कि राज्यों को भेजे गए चेतावनी पत्र में इस बात की संभावना व्यक्त की गई है कि डाक के जरिये मतदान में कई अमेरिकी नागरिक अपने मतों से वंचित रह जाएंगे।
उनके मतों की गणना नहीं हो सकेगी। लुइस ने कहा कि यह सब जानबूझ कर नहीं किया जाएगा। इस बीच ट्रंप प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा कि पोस्ट ऑफिस को निर्वाचित अधिकारियों और मतदाताओं से इस पर वास्तविक रूप से विचार को कहा जाए।
आखिर यह मेल कैसे काम करता है और हमारे वितरण मानकों के प्रति कैसे सचेत रहें, ताकि मतदाताओं को डाक के जरिये मतपत्र डालने के लिए पर्याप्त समय प्रदान किया जा सके। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप ने डाक के जरिये वोटिंग की प्रक्रिया पर तमाम सवाल उठाए हैं।
हालांकि, ट्रंप ने डाक के जरिये ही अपना वोट डाला है, लेकिन उन्होंने इस प्रक्रिया को व्यापक रूप से लागू करने के प्रयास का विरोध किया है। विरोध के पीछे राष्ट्रपति ट्रंप का तर्क है कि इससे मतदान में धोखाधड़ी बढ़ेगी। इसके अलावा चुनाव प्रक्रिया में अतिरिक्त खर्च होगा।