अमेरिका में मिला दिमाग खाने वाला अमीबा, मानव जाति के लिए हो सकता है घातक!
अमेरिका के तटवर्ती इलाके में एक ऐसा अमीबा मिला है जो दिमाग में जाकर उसे खाता है। ताजे पानी में पाया जाना वाला यह सूक्ष्म जीव नाक के जरिये दिमाग तक पहुंच सकता है और वहां जाकर अपना संक्रमण फैला सकता है।
वाशिंगटन, रायटर। अमेरिका के टेक्सास के तटवर्ती इलाके में सरकारी जलापूर्ति व्यवस्था में ऐसा अमीबा मिला है जो दिमाग में जाकर उसे खाता है। इसके चलते छह साल के एक बच्चे की मौत के बाद प्रशासन हरकत में आया है और अब अमीबा की इस नई प्रजाति के अध्ययन के साथ ही उसके प्रचलन की जांच कर रहा है। इसको लेकर टेक्सास के आठ शहरों के लोगों को चेतावनी दी गई है और लोगों को कहा गया कि वे घर में सप्लाई होने वाले पानी का उपयोग न करें।
टेक्सास के गवर्नर ग्रेग एबॉट ने परिपत्र जारी कर कहा है कि जैक्सन झील से सप्लाई होने वाले पानी में यह अमीबा पाया गया है। एक कोशिका वाला यह जीव माइक्रोस्कोप से ही देखा जा सकता है। यह बड़ी तेजी से अपना प्रतिरूप तैयार करता है। इसलिए इस नए अमीबा का विकास होता है, तो यह मानव जाति के लिए घातक होगा।
इस अमीबा का नाम नेगलेरिया फाउलरली (Naegleria fowleri) बताया जा रहा है। यह इंसान के दिमाग को खा जाता है। इस समस्या के जल्द से जल्द समाधान के लिए प्रयास किया जा रहा है। 2009 से लेकर 2018 तक इस जीवाणु से ग्रसित होने के 34 मामले सामने आए थे।
ताजे पानी में पाया जाना वाला यह सूक्ष्म जीव नाक के जरिये दिमाग तक पहुंच सकता है और वहां जाकर अपना संक्रमण फैला सकता है। अमेरिका के सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने कहा है कि अमीबा का यह संक्रमण दुर्लभ है। यह मिट्टी, गर्म झील, नदी, झरने और अच्छी तरह रखरखाव नहीं किए जाने पर स्विमिंग पूल में भी दिमाग खाने वाले अमीबा मौजूद हो सकते हैं। ससे सतर्क रहने की जरूरत है। 1962 से 2018 तक इस तरह के संक्रमण के अमेरिका में 145 मामले सामने आए थे।