जानें, ट्रंप के किस सपने का वैज्ञानिक भी कर रहे हैं विरोध- सियासी 'दीवार' पर महासंग्राम
आइए जानते हैं कि आखिर दीवार के पीछे का सच क्या है। इसके अलावा इसके भौगोलिक, सामाजिक संदर्भों के साथ वैज्ञानिकों के विरोध का कारण भी जानेंगे।
वांशिगटन [ जागरण स्पेशल ]। अमेरिका में मेक्सिको की सीमा पर दीवार निर्माण को लेकर एक सियासी महासंग्राम चल रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस मुद्दे को अपनी नाक का विषय बना रखा है। हालांकि, राष्ट्रपति चुनाव में प्रचार के दौरान उन्होंने अमेरिकी जनता से इस दीवार को बनाने का वादा किया था। आइए जानते हैं कि आखिर दीवार के पीछे का सच क्या है। अमेरिका में इसे लेकर क्यों हंगामा मचा है। इसके अलावा इसके भौगोलिक, सामाजिक संदर्भों के साथ वैज्ञानिकों के विरोध का कारण भी जानेंगे।
अवैध प्रवासी अमेरिका के लिए खतरा
हर साल करीब साढ़े तीन लाख अवैध प्रवासी अमेरिका में दाखिल होते हैं, जिनमें से बड़ी संख्या मेक्सिको से आने वालों की है। सीमा पार से लगातार अवैध नशीले पदार्थों की तस्करी, खतरनाक गिरोहों एवं अंतरराष्ट्रीय अपराधिक संगठनों की गतिविधियां और अवैध इमीग्रेशन बड़े पैमाने पर हो रहा है। यह केवल अमेरिकी समुदाय और बच्चों के लिए नहीं बल्कि अमेरिका की कानून व्यवस्था के लिए खतरा है। अमेरिकी कस्टम्स ऐंड बॉर्डर प्रोटेक्श ( सीबीपी) के डाटा के अनुसार सीमा गश्ती दल ने मार्च में दक्षिण पश्चिम सीमा पर रिकॉर्ड 37,393 लोगों को गिरफ्तार किया था।
अमेरिका-मेक्सिको की संवेदनशील सीमा 3,200 किमी लंबी
दरअसल, अमेरिका और मेक्सिको की संवेदनशील सीमा करीब 3,200 किलोमीटर लंबी है। इसमें से लगभग 1,100 किलोमीटर पर अब तक बाड़ लगाने का काम हो चुका है। ये सीमा चार अमेरिकी राज्यों और छह मेक्सिकन राज्यों से होकर गुजरती है। इसमें रेगिस्तानी इलाकों से लेकर बड़े शहर तक आते हैं। न्यू मेक्सिको में एक छोटी दूरी को घेरना ही मुश्किल है। वहीं कुछ दूसरी जगहों पर सीमा सुरक्षा बल के लोग निगरानी रखते हैं।
ट्रंप ने कहा था- मैं एक शानदार दीवार बनाउंगा
अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए अपनी उम्मीदवारी के समय ट्रंप ने कहा था कि अमेरिका की दक्षिणी सीमा पर मैं एक शानदार दीवार बनाउंगा। मुझसे अच्छी दीवार तो कोई बना नहीं सकता। मैं मेक्सिको से इसका खर्च वसूलूंगा। चुनावी रैली के दौरान ट्रंप ने मेक्सिको से आने वालों में ज्यादातर के ड्रग्स और अपराध साथ लाने का आरोप लगाया था। ट्रंप मेक्सिको के साथ लगी अमेरिकी सीमा पर दीवार बनाना चाहते हैं। अगर ऐसा हुआ तो यह दुनिया की सबसे बड़ी निर्माण योजना होगी। हालांकि, कई सालों से बॉर्डर पर स्टील के कांटेदार तारों को लगाने का प्रोजेक्ट ही पूरा नहीं हुआ है।
मेक्सिकोवासियों का अमेरिका जाने का सपना टूटा
अमेरिका में अवैध रूप से रहने वाले ऐसे मेक्सिकन लोगों का परिवार पीछे रह जाता है। वे न तो अपने परिवार को अमेरिका ला सकते हैं और न ही अपना जीवन बेहतर करने के लिए कोई अच्छी नौकरी कर पाते हैं। दो देशों के बीच बनी बाड़ से अलग हुए परिवार कभी एक दूसरे को गले नहीं लगा पाते। कई बार ऐसे खास आयोजन किए जाते हैं, जिनमें ज्यादा से ज्यादा एक दूसरे की अंगुलियां छू पाते हैं। रेगिस्तानी रास्ते पार करते हुए सीमा पर पहुंचे कई मेक्सिकोवासियों का अमेरिका जाने का सपना करीब जाकर टूटता है और वे जेल जा पहुंचते हैं। कई लोग मानव तस्करों को सीमा पार करवाने के लिए बहुत सारे पैसे देते हैं। कई बार इन्हें सीमा पार करते हुए गोली मार दी जाती है।
सीमा दीवार के खिलाफ खड़े हुए वैज्ञानिक
अमेरिका-मेक्सिको की लंबी सीमा पर दीवार को लेकर राजनीतिक और सामाजिक पहलू चाहे जो हो, लेकिन वैज्ञानिकाें ने इस दीवार का खुलकर विरोध किया है। आखिर इस विरोध की वजह क्या है। वैज्ञानिकों का मत है कि इस दीवार से इंसानों के साथ-साथ यहां के जीव-जंतुओं पर भी विपरीत असर पड़ेगा। इनका मानना है कि इससे कई दुर्लभ प्रजातियां खत्म हो जाएंगी। इसका प्रभाव दोनों देशों की जैव विविधता पर पड़ेगा। इसलिए अब वैज्ञानिकों ने अब इसके खिलाफ मुहिम छेड़ दी है।
उनका मानना है कि अगर ऐसा हुआ तो दोनों देशों की करीब एक हजार प्रजातियां सीधे तौर पर प्रभावित होंगी। बड़े सींगों वाली भेड़, ग्रे रंग वाला भेड़िया और सोनोरन हिरण जैसी दुर्लभ प्रजातियों की संख्या में कमी आएगी। हो सकता है कि अमेरिका में जगुआर और तेंदुए पूरी तरह विलुप्त हो जाएं। बायोसाइंस जर्नल में छपे लेख के मुताबिक, ऐसा इसलिए होगा क्योंकि दीवार और कंटीली तारों की वजह से जानवरों को पीने के पानी, खाने और साथी के साथ रहने में मुश्किलें आएंगी।