अमेरिका में उइगरों को जल्द शरणार्थी का दर्जा देने को बिल पेश, पुनर्वास के लिए आवेदन करना होगा आसान
उइगर शरणार्थियों व अन्य अल्पसंख्यकों के लिए अमेरिका में पुनर्वास के लिए आवेदन करना आसान हो जाएगा। इसके लिए यहां के सांसदों ने एक संसद में एक विधेयक पेश किया है। इसके बाद उइगरों को प्राथमिकता के आधार पर अमेरिका में शरणार्थी का दर्जा दिया जा सकेगा
वाशिंगटन, एएनआइ। अमेरिका के दो सीनेटरों मार्को रुबियो (Marco Rubio) और क्रिस कूंस (Chris Coons) ने द्विदलीय विधेयक (Bipartisan Legislation) पेश किया है। इस विधेयक के पास होने के बाद चीन के सरकारी दमन का सामने करने वाले उइगरों (Uyghurs)को प्राथमिकता के आधार पर अमेरिका में शरणार्थी का दर्जा दिया जा सकेगा। विधेयक पेश करने वाले दोनों सांसदों ने कहा है कि उइगर मानवाधिकार संरक्षण अधिनियम से उइगर व अन्य मुस्लिम अल्पसंख्यकों के लिए अमेरिका में पुनर्वास के लिए आवेदन करना आसान हो जाएगा।
सांसदों ने अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन (Antony Blinken)से अनुरोध किया है कि वे चीन के शिनजियांग प्रांत के उइगर और अन्य मुस्लिम अल्पसंख्यकों की सहायता के लिए अतिरिक्त कदम उठाएं। इसी तरह का एक विधेयक प्रतिनिधि सभा में सांसद टेड ड्यूच और मेरियो डियाज ने भी पेश किया है।
पिछले माह विदेश मंत्री ब्लिंकन ने चीन के शिनजियांग प्रांत में उइगर के खिलाफ नरसंहार का मामला उठाया था और कहा था कि इसपर अमेरिका आवाज उठाता रहेगा। ब्लिंकन ने कहा था कि चीन के मानवाधिकारों के उल्लंघन के मामलों में हमारा रुख स्पष्ट है और हम नरसंहार को मानवाधिकारों के उल्लंघन के तौर पर देखते हैं। ब्लिंकन ने कहा कि इस मुद्दे पर दुनिया को एक साथ बोलने की जरुरत है। जो कुछ चीन सरकार द्वारा उईगर मुसलमानों के के दमन खातिर किया जा रहा है, उसकी एक स्वर में निंदा करने की आवश्यकता है। इस पर पूरी दुनिया को एकजुट होना होगा। उल्लेखनीय है कि चीन के शिनजियांग प्रांत में लगभग दस लाख उइगर मुस्लिम यातना कैंपों में हैं। इन पर तरह-तरह से अत्याचार किए जा रहे हैं। महिलाओं का भी यौन शोषण हो रहा है।
बता दें कि अमेरिका को पत्र लिखकर दुनिया भर के उइगर समुदायों ने शिनजियांग प्रांत में रहने वाले उइगर मुस्लिमों पर चीन द्वारा किए जा रहे अत्याचार के विरोध में मदद की गुहार लगाई है। उइगर समुदाय ने अमेरिकी विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन को पत्र लिखकर शिनजियांग के यातना कैंपों को बंद कराने की अपील की।