चीन के खिलाफ भारत के साथ अमेरिका, विदेश मंत्री को संदेश भेज जताया समर्थन

सीमा पर चीन की आक्रामकता को देखते हुए अमेरिका ने भारत के प्रति एकजुटता प्रदर्शित की है।

By Monika MinalEdited By: Publish:Thu, 06 Aug 2020 08:25 AM (IST) Updated:Thu, 06 Aug 2020 08:25 AM (IST)
चीन के खिलाफ भारत के साथ अमेरिका, विदेश मंत्री को संदेश भेज जताया समर्थन
चीन के खिलाफ भारत के साथ अमेरिका, विदेश मंत्री को संदेश भेज जताया समर्थन

वाशिंगटन, एएनआइ। चीन के खिलाफ अमेरिका ने भारत के साथ एकजुटता प्रदर्शित करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर को संदेश भेजा है 'सबसे अधिक महत्वपूर्ण भारत-अमेरिका का संबंध है।' अमेरिका के सांसद एलियट एंजेल ( Eliot Engel) और माइकल मैककॉल ( Michael McCaul ) ने विदेश मंत्रालय को लिखा, 'अमेरिका-भारत संबंध अहम स्थान रखता है क्योंकि सीमा पर भारत को चीन की ओर से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।' इस पत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इसी साल फरवरी में दिए गए एक बयान का भी जिक्र है जिसमें उन्होंने कहा था कि अब अमेरिका के साथ संबंध केवल पार्टनरशिप तक नहीं बल्कि उससे कहीं बढ़कर है। 

पूर्वी लद्दाख में सीमा पर भारत-चीन की तनातनी के बीच अमेरिका के शीर्ष सांसदों का यह बयान आया है। 15 जून को लद्दाख की गलवन घाटी में चीनी सेनाओं के साथ हिंसक मुठभेड़ में 20 भारतीय जवानों ने शहादत दी थी। अमेरिका के इंटेलीजेंसी रिपोर्ट के अनुसार, चीन को भी इसमें नुकसान हुआ लेकिन उसने इस बात का खुलासा देर से किया। वहां 35 जवानों की मौत हो गई। भारत को संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को बचाने के लिए अमेरिका की ओर समर्थन बना रहेगा।

इससे पहले जून की शुरुआत में चीन ने भारत को धमकी दी थी और कहा था कि यदि वह चीन-अमेरिका विवाद में ट्रंप सरकार का साथ देगा तो उसकी अर्थव्यवस्था प्रभावित होगी। इसका जवाब देते हुए अमेरिका ने कहा था कि चीन अपनी धौंस वाली नीति छोड़ दे। उस वक्त भी एलियट एल एंजेल ने कहा था कि चीन को पड़ोसी देशों का सम्मान करना सीख लेना चाहिए। एलियट ने भारत-चीन के बीच जारी तनाव को लेकर चिंता जाहिर की थी। उन्होंने कहा था कि महामारी के संकट के बीच भारत-चीन सीमा पर तनाव का माहौल दुनिया के लिए चिंता का विषय है और इसे सुलझाने के लिए चीन को अंतरराष्ट्रीय सीमा कानूनों का पालन करना चाहिए।

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