मॉडर्ना और फाइजर की वैक्सीन लेने के बाद बढ़ते हर्ट रिस्क के मामलों को रिव्यू कर रहा अमेरिका
अमेरिका में 1200 से अधिक ऐसे मामले सामने आए हैं जिनमें वैक्सीन की पहली और दूसरी खुराक के बाद लोगों को दिल से जुड़ी समस्या पैदा हुई है। सीडीसी की बैठक में इन मामलों को रिव्यू किया गया है।
वाशिंगटन (आईएएनएस)। अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के एडवाइजर ने कोविड-19 वैक्सीन लेने के बाद बढ़ते दिल के खतरे के मद्देनजर एक बैठक की है। इसमें अब तक सामने आए मामलों का विश्लेषण किया गया और साथ ही इसको रोकने के उपायों पर भी गौर किया गया है। आपको बता दें कि अमेरिका में 1200 से अधिक मामले ऐसे सामने आए हैं जिनमें युवाओं को फाइजर और मॉडर्ना वैक्सीन की पहली और दूसरी खुराक के बाद दिक्कत आई है। ऐसे में अमेरिका में मायोकार्डिटिस और पेरीकार्डिटिस के मामले सामने आए हैं। इस तरह के मामले अमेरिका में युवाओं में अधिक सामने आए हैं।
सीडीसी एडवाइजरी कमेटी ऑन इम्यूनाइजेशन प्रैक्टिस की बैठक के दौरान सेफ्टी ग्रुप के प्रमुख ग्रेस ली ने कहा कि टीकाकरण के बाद मायोकार्डिटिस के मामलों की नैदानिक प्रस्तुति काफी खास रही है। उनके मुताबिक इस तरह के मामले वैक्सीन की पहली और दूसरी खुराक लेने के एक सप्ताह बाद सामने आए हैं। इसमें सीने में दर्द की शिकायत बेहद आम रही है। शिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने ये भी कहा कि सीडीसी के अधिकारी और अधिक आंकड़ों को जुटाने में लगे हुए हैं। वो इस बात को भी समझने की कोशिश कर हैं कि इससे किसको कितना रिस्क है और इसको लंबे समय तक बने रहने के दौरान कैसे सही किया जा सकता है।
अमेरिका में अब तक जो मामले सामने आए हैं उनके मुताबिक मॉडर्ना वैक्सीन की एक खुराक लेने के बाद 267 मायोकार्डिटिस और पेरीकार्डिटिस के मामले सामने आए हैं जबकि 827 मामलों में दूसरी खुराक के बाद इस तरह के मामले सामने आए हैं। सीडीसी के मुताबिक 132 ऐसे मामलों को भी देखा जा रहा है जिसमें अभी वैक्सीन की कितनी खुराक दी गई हैं इसकी जानकारी सामने नहीं आई है। इनमें अधिकतर मामले पुरुषों में आए हैं। हालांकि ये बेहद कम स्तर के हैं।