अफगानिस्तान की स्थिति पर चर्चा के लिए भारत की अध्यक्षता में 6 अगस्त को UNSC की होगी बैठक

अफगान विदेश मंत्री मोहम्मद हनीफ अतमार ने अपने भारतीय समकक्ष एस जयशंकर से अफगानिस्तान की मौजूदा स्थिति पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का एक आपातकालीन सत्र बुलाने के बारे में बात की थी। भारत रविवार (एक अगस्त 2021) को एक महीने के लिए सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष बना है।

By Nitin AroraEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 08:33 AM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 08:33 AM (IST)
अफगानिस्तान की स्थिति पर चर्चा के लिए भारत की अध्यक्षता में 6 अगस्त को UNSC की होगी बैठक
अफगानिस्तान की स्थिति पर चर्चा के लिए भारत की अध्यक्षता में 6 अगस्त को UNSC की होगी बैठक

न्यूयॉर्क, एएनआइ। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की शुक्रवार, 6 अगस्त को बैठक भारतीय अध्यक्षता में बैठक होने जा रही है, जिसमें अमेरिका की वापसी के बाद अफगानिस्तान में तालिबान द्वारा हिंसा में वृद्धि पर चर्चा की जाएगी। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने गुरुवार को ट्वीट किया, 'संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक शुक्रवार, 6 अगस्त को भारतीय अध्यक्षता में अफगानिस्तान की स्थिति पर चर्चा करने और उसका जायजा लेने के लिए होगी।'

भारत रविवार (एक अगस्त, 2021) को एक महीने के लिए सुरक्षा परिषद का अध्यक्ष बना है। भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह इस अवसर का उपयोग करने को पूरी तरह से तैयार है। वहीं, मंगलवार को, अफगान विदेश मंत्री मोहम्मद हनीफ अतमार ने अपने भारतीय समकक्ष एस जयशंकर से अफगानिस्तान की मौजूदा स्थिति पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का एक आपातकालीन सत्र बुलाने के बारे में बात की थी।

अफगान विदेश मंत्रालय ने कहा कि अतमार ने अफगानिस्तान में तालिबान और विदेशी आतंकवादी समूहों द्वारा बढ़ती हिंसा के बारे में बात की और स्थिति पर चर्चा करने के लिए यूएनएससी की बैठक बुलाई जाने के लिए कहा।

इस बीच, यूएनएससी के सदस्यों ने अफगानिस्तान के हेरात में एक संयुक्त राष्ट्र परिसर पर हमले की निंदा की, जिसमें अफगान सुरक्षा बलों के गार्ड की जान चली गई और अन्य अधिकारी घायल हो गए। यह अफगानिस्तान में तालिबान के भारी हमलों के बीच हुआ। इसके अलावा, तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने बुधवार को कहा कि वे देश के कार्यवाहक रक्षा मंत्री जनरल बिस्मिल्लाह मोहम्मदी के घर पर एक कार बम हमले के बाद अफगान अधिकारियों पर अपने हमले जारी रखेंगे।

पिछले कुछ हफ्तों में, अफगानिस्तान में हिंसा में वृद्धि देखी गई है। तालिबान ने नागरिकों और अफगान सुरक्षा बलों के खिलाफ अपने आक्रमण को तेज कर दिया है। अमेरिका अफनी सेना को वापस बुलाने का एलान कर चुका है, जिसके बाद तालिबान ज्ादा आक्रमक हो गया। वहीं कुछ ही हफ्तों में विदेशी बलों की पूरी तरह से वापसी हो जाएगी।

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