Lebanon Explosion: बेरूत ब्लास्ट में संयुक्त राष्ट्र का जहाज भी क्षतिग्रस्त, कई नौसैनिक घायल, कई गंभीर
नौसेना के कई शांति सैनिक घायल हो गए हैं। उनमें से कई सैनिकों की हालत काफी गंभीर बताई जा रही है। घायल शांति सैनिकों को चिकित्सा के लिए निकटतम अस्पतालों में पहुंचाया गया है।
वाशिंगटन, एजेंसी। लेबनान की राजधानी बेरूत में हुए विस्फोट में संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बल (UNIFIL) का एक जहाज भी क्षतिग्रस्त हो गया है। इस हादसे में नौसेना के कई शांति सैनिक घायल हो गए हैं। उनमें से कई सैनिकों की हालत काफी गंभीर बताई जा रही है। UNIFIL के एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि घायल शांति सैनिकों को चिकित्सा के लिए निकटतम अस्पतालों में पहुंचाया गया है। इसमें यह कहा गया है कि UNIFIL इस बात का आकलन कर रहा है, इस विस्फोट में उसके कर्मी प्रभावित हुए हैं।
लेबनान को मिला UNIFIL का साथ
यह विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि इससे बेरूत पोर्ट भी हिल गया, जिसके चलते डॉक में खड़े मैरीटाइम टास्क फोर्स को एक जहाज क्षतिग्रस्त हो गया। UNIFIL प्रमुख फोर्स कमांडर मेजर जनरल डेल कर्नल ने विस्फोट के बाद कहा कि इस कठिन समय में हम लेबनानी लोगों और लेबनान सरकार के साथ हैं। हम किसी भी सहायता और सहयोग प्रदान करने के लिए तैयार हैं।
यूएन ने लेबनान सरकार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की
इस बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने बेरूत विस्फोट में पीडि़तों के साथ अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि लेबनान की इस कठिन घड़ी में यूएन उनके साथ है। वह लेबनान सरकार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की, इसमें लेबनान में संयुक्त राष्ट्र के कई जवान भी शामिल हैं। गुटेरेस ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र इस कठिन समय में लेबनान का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के अध्यक्ष तिजानी मुहम्मद-बंदे ने भी बेरूत में विस्फोट में प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।
लेबनान की राजधानी बेरूत में भीषण धमाका, 100 की मौत
बता दें कि लेबनान की राजधानी बेरूत ने मंगलवार को एक भीषण धमाका हुआ। इस विस्फोट में कम से कम 100 लोगों की मौत हो चुकी है। 4000 से अधिक लोग अस्पतालों में भर्ती हैं। यह धमाका बेरूत बंदरगाह के पास स्थित एक गोदाम में हुआ। राष्ट्रपति मिशेल ओउन ने कहा कि 2014 में एक जहाज से जब्त 2,700 टन अमोनियम नाइट्रेट यहां रखा हुआ था। इसका इस्तेमाल फर्टिलाइजर और बम बनाने में किया जाता है। हालांकि, अभी भी यह स्पष्ट नहीं है कि आग कैसे लगी, जिससे बाद में धमाका हुआ। एक अंदेशा यह भी है कि आग वेल्डिंग की चिंगारी से भड़की। वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हमारे सैन्य अधिकारियों का अनुमान है कि यह कोई दुर्घटना नहीं थी। यह किसी बम हमले का नतीजा हो सकता है।