आतंकवाद पर PAK का कैरेक्टर ढीला, ट्रंप ने फिर लताड़ा, कहा- लादेन को छिपाए रखा था

ट्रंप ने एक बार फिर आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान को लताड़ा है। ट्रंप ने कहा- PAK ने अमेरिका के लिए कुछ नहीं किया, सैन्य मदद रोकना सही कदम।

By Nancy BajpaiEdited By: Publish:Mon, 19 Nov 2018 02:00 PM (IST) Updated:Mon, 19 Nov 2018 02:00 PM (IST)
आतंकवाद पर PAK का कैरेक्टर ढीला, ट्रंप ने फिर लताड़ा, कहा-  लादेन को छिपाए रखा था
आतंकवाद पर PAK का कैरेक्टर ढीला, ट्रंप ने फिर लताड़ा, कहा- लादेन को छिपाए रखा था

वॉशिंगटन, एएनआइ। आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान के खिलाफ एक बार फिर अमेरिका का सख्त रुख देखने को मिला है। आतंकवाद के मुद्दे पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान को आड़े हाथ लिया है। ट्रंप ने पाकिस्तान को करोड़ों डॉलर की सैन्य सहायता रोके जाने के अपने प्रशासन के फैसले को सही ठहराते हुए कहा कि पाकिस्तान अमेरिका के लिए कोई काम नहीं करता है, बल्कि वहां की सरकार ने अलकायदा सरगना आतंकी ओसामा बिल लादेन को छिपने में मदद की थी।

बता दें कि ट्रंप ने रविवार को फॉक्स न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में यह बात कही। इस दौरान वे अपने प्रशासन के उस फैसले को सही करार देते दिखे, जिसमें पाकिस्तान की सैन्य सहायता को रोकने का कदम उठाया गया था। याद हो तो, इस वर्ष की शुरुआत में अमेरिका ने पाकिस्तान को मिलने वाली दो बिलियन डॉलर की सैन्य मदद रोकने का ऐलान किया था।

इस पर बात कहते हुए ट्रंप ने सख्त लहजे में कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ जंग में कुछ भी नहीं किया है, बल्कि वह अलकायदा सरगना ओसामा बिल लादेन जैसे खूंखार आतंकियों को अपनी सरजमीं पर पाल रहा था। जिन्होंने अमेरिका में 11 सितंबर, 2001 (वर्ल्ड ट्रेड सेंटर हमला) को सबसे बड़े आतंकी हमले की साजिश रची थी और सैकड़ों निर्दोषों की जान ले ली थी।

ट्रंप ने कहा, 'पाकिस्तान में सैन्य अकादमी के ठीक बगल में रहना। पाकिस्तान में हर कोई जानता था कि वह (ओसामा) वहां पर है और हम पाकिस्तान को एक वर्ष में 1.3 अरब डॉलर दे रहे थे। अमेरिका में दहशत फैलाने वाला लादेन पाकिस्तान में रह रहा था और हम पाकिस्तान का समर्थन कर रहे थे। हम अब उन्हें 1.3 अरब डॉलर नहीं दे रहे हैं, मैंने इसे खत्म कर दिया है, क्योंकि वे हमारे लिए कुछ नहीं करते।'

वहीं, वॉयस ऑफ कराची (वीओके) के चेयरमैन और मोहाजीर नेता नदीम नुसरत ने आतंकवाद को बढ़ावा देने में पाकिस्तान की भूमिका पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान की सराहना की है। उन्होंने कहा कि ट्रंप के मजबूत स्टैंड और आतंकवाद पर इस्लामाबाद की भूमिका पर सार्वजनिक रूप से चर्चा करने के लिए उनके कदम की सराहना करता हूं। वॉयस ऑफ कराची द्वारा जारी एक बयान में नुसरत ने कहा कि आतंकवाद से निपटने और ओसामा बिन लादेन को शरण देने में पाकिस्तान की संदिग्ध भूमिका पर ट्रंप की स्पष्ट टिप्पणियों ने एक बार फिर दुनियाभर में धार्मिक उग्रवाद और आतंकवाद को प्रायोजित करने में पाकिस्तान की भूमिका को लेकर गंभीर प्रश्न उठाए हैं।

गौरतलब है कि अमेरिका ने 2 मई, 2011 को एक गोपनीय कार्रवाई में ओसामा बिल लादेन को पाकिस्‍तान के एबटाबाद में घुसकर मार गिराया था, जो पाकिस्‍तान की सैन्‍य अकादमी से कुछ ही दूर था।

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