ट्रंप ने कहा-बाइटडांस ने राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए पैदा किया खतरा, अमेरिका में 90 दिन में बेचे अपनी संपत्ति

ट्रंप के कार्यकारी आदेश में कहा गया है कि इस बात के पुख्ता सुबूत हैं जिसके चलते उन्हें मानना पड़ा कि बाइटडांस ने अमेरिका की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर दिया है।

By Vinay TiwariEdited By: Publish:Sat, 15 Aug 2020 06:50 PM (IST) Updated:Sat, 15 Aug 2020 06:50 PM (IST)
ट्रंप ने कहा-बाइटडांस ने राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए पैदा किया खतरा, अमेरिका में 90 दिन में बेचे अपनी संपत्ति
ट्रंप ने कहा-बाइटडांस ने राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए पैदा किया खतरा, अमेरिका में 90 दिन में बेचे अपनी संपत्ति

वाशिंगटन, एपी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीनी एप टिकटॉक की मूल कंपनी बाइटडांस को अमेरिका में अपनी संपत्तियां बेचने के लिए 90 दिनों का वक्त दिया है। ट्रंप के कार्यकारी आदेश में कहा गया है कि इस बात के पुख्ता सुबूत हैं जिसके चलते उन्हें मानना पड़ा कि बाइटडांस ने अमेरिका की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर दिया है। सौदे के लिए बाइटडांस और माइक्रोसॉफ्ट की बातचीत चल रही है।

पिछले सप्ताह ही ट्रंप ने टिकटॉक और वीचैट के चीनी मालिकों से लेन-देन करने पर रोक लगा दी थी। उनका कहना था कि चीनी एप अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेश नीति और अर्थव्यवस्था के लिए खतरा हैं। यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया कि अमेरिका में टिकटॉक के 10 करोड़ यूजर्स के लिए ट्रंप के इस आदेश का क्या मतलब है। ट्रंप के ताजा आदेश में यह भी कहा गया है कि बाइटडांस टिकटॉक के अमेरिकी यूजर्स से लिए गए या मिले हुए किसी भी प्रकार का डाटा भी दे।

अमेरिकी राष्ट्रपति ने माइक्रोसाफ्ट या किसी अन्य कंपनी द्वारा नहीं खरीदे जाने की स्थिति में टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने के लिए 15 सितंबर की समय सीमा पहले ही तय कर दी है। वहीं, टिकटॉक ने कहा है कि वह सालभर से अमेरिकी सरकार का संदेह दूर करने की कोशिश कर रही है। लेकिन, ट्रंप प्रशासन ने तथ्यों पर गौर नहीं किया, कानूनी प्रक्रिया को दरकिनार कर मनमानी शर्ते थोपीं और निजी कंपनियों की बातचीत में भी शरीक होने का प्रयास किया। 

भारत के साथ गलवन घाटी में सैनिकों के साथ हुई हाथापाई और नोंकझोंक के बाद से वहां पर अभी भी हालात सामान्य नहीं हो पाए हैं। भारतीय सेना के अधिकारी चीनी सेना के अफसरों से पहले जैसे हालात बनाने के लिए कह रहे हैं मगर चीनी सेना अब तक पीछे नहीं हटी है। कई दौर की बातचीत के बाद भी अब तक हालात सामान्य नहीं हुए हैं। इसी के बाद से भारत ने चीनी उत्पादों का बहिष्कार करने की घोषणा कर दी थी। जिसका नतीजा सामने है मगर उसके बाद भी चीन अब तक संबंध को बेहतर बनाने की दिशा में आगे नहीं आया है। 

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