अफगानिस्तान में लड़कियों को जल्द स्कूल जाने की अनुमति की घोषणा करेगा तालिबान- संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी का बयान

अफगानिस्तान में लाखों लड़कियां स्कूल लौटने का बेसब्री से इंतजार कर रही हैं। पहले कोरोना और फिर देश में सत्ता परिवर्तन के बाद मची अफरा-तफरी में शिक्षण संस्थान बंद हो गये थे। अब इस पर तालिबान जल्द फैसला लेने जा रहा है।

By Shashank PandeyEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 10:31 AM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 10:31 AM (IST)
अफगानिस्तान में लड़कियों को जल्द स्कूल जाने की अनुमति की घोषणा करेगा तालिबान- संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी का बयान
अफगानिस्तान में लाखों लड़कियों को स्कूल लौटने का बेसब्री से इंतजार।(फोटो: प्रतीकात्मक)

संयुक्त राष्ट्र, एपी। तालिबान के नेतृत्व में अफगानिस्तान के शिक्षा मंत्रालय ने सभी माध्यमिक विद्यालयों को शुरू करने का निर्देश दिया लेकिन इसमें लड़कियों के स्कूल जाने को लेकर कोई बात नहीं की गई थी। इस बीच, संयुक्त राष्ट्र के एक अधिकारानी ने कहा है कि तालिबान जल्द लड़कियों के स्कूल खोलने की घोषणा कर सकता है।संयुक्त राष्ट्र के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि तालिबान ने उनसे कहा कि वे बहुत जल्द घोषणा करेंगे कि सभी अफगान लड़कियों को माध्यमिक विद्यालयों में जाने की अनुमति दी जाएगी।

पिछले सप्ताह काबुल का दौरा करने वाले यूनिसेफ के उप कार्यकारी निदेशक उमर आब्दी ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में संवाददाताओं से कहा कि अफगानिस्तान के 34 प्रांतों में से पांच प्रांतों- उत्तर पश्चिम में बल्ख, जवज्जन और समांगन, उत्तर पूर्व में कुंदुज और दक्षिण पश्चिम में उरोजगान ने पहले से ही लड़कियों को स्कूल जाने की अनुमति दे रखी है। उन्होंने कहा कि तालिबान के शिक्षा मंत्री ने उन्हें बताया कि वे सभी लड़कियों को छठी कक्षा से आगे अपनी स्कूली शिक्षा जारी रखने की अनुमति देने के लिए "एक रूपरेखा" पर काम कर रहे हैं जिसे "एक और दो महीने के बीच" प्रकाशित किया जाना चाहिए।

तालिबान की ओर से स्कूल को फिर से खोलने की घोषणा में केवल लड़कों को ही स्कूल वापस जाने के निर्देश दिया गया था। इसमें लड़कियों की वापसी की तारीख का कोई जिक्र नहीं था। यह कदम काबुल में सत्ता संभालने के बाद तालिबान द्वारा किए गए वादों के खिलाफ है।

अमेरिकी सैनिकों के हटने और अफगान सरकार के पतन के बाद तालिबान ने पिछले महीने अफगानिस्तान पर पूर्ण नियंत्रण हासिल कर लिया था। जिसके बाद से यह चिंता पैदा हो गई थी कि वे इस्लामिक कानून को फिर से लागू करेंगे जो लड़कियों को स्कूल जाने से रोकता है।

यूनिसेफ के अनुसार, पिछले दो दशकों में देश में शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। स्कूलों की संख्या तीन गुना हो गई। स्कूल में बच्चों की संख्या 10 लाख से बढ़कर 95 लाख हो गई है।

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