अमेरिका में आकाश में नजर आई रोशनियों को लोगों ने समझा यूएफओ, जानें क्या है इनकी सच्चाई
रोशनियों का यह पूरा कारवां वास्तव में एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स द्वारा इस हफ्ते शुरू की गई स्टारलिंक इंटरनेट सेवा के तहत प्रक्षेपित किए गए कम दूरी पर उड़ान भरने वाले उपग्रहों की श्रृंखला थी। लोगों ने इनके उड़नतशतरियां होने का अंदाजा लगाया।
फिलाडेल्फिया, एपी। अमेरिका के कुछ हिस्सों में बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार को लगातार रात में आसमान में नजर आई तेज रोशनी से लोग हैरानी में में पड़ गए और लोगों ने सोचा शायद उड़न तश्तरियों (यूएफओ) का पूरा दस्ता चला आ रहा है लेकिन दरअसल वह कुछ और था। शौकिया तौर पर अंतरिक्ष में नजर रखने वालों और पेशेवर अंतरिक्ष विज्ञानियों ने इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए अंतरिक्ष के औद्योगिकीकरण पर दुख जताया है।
रोशनियों का यह पूरा कारवां वास्तव में एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स द्वारा इस हफ्ते शुरू की गई स्टारलिंक इंटरनेट सेवा के तहत प्रक्षेपित किए गए कम दूरी पर उड़ान भरने वाले उपग्रहों की श्रृंखला थी। टेक्सास से लेकर विस्कॉन्सिन तक के निवासियों ने टीवी चैनलों को फोन करके इन रोशनियों की जानकारी दी और इनके उड़नतश्तरियां होने का अंदाजा लगाया।
स्पेसएक्स के प्रवक्ता के नाम भेजे गए एक ईमेल का शनिवार तक जवाब नहीं आया था लेकिन अंतरिक्ष विज्ञानियों का कहना है कि एक के बाद एक नजर आई रोशनियां और धरती से उनकी दूरी से उनकी पहचान स्टारलिंक उपग्रहों के तौर पर करना उन लोगों के लिए आसान था जो इन्हें देखने के आदी हो चुके हैं।
अमेरिकन एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी के प्रेस अधिकारी डॉ. रिचर्ड फिनबर्ग ने कहा, 'आप इस तरह से इन्हें स्टारलिंक उपग्रह बता सकते हैं कि ये मोतियों की एक श्रृंखला सी लगती है, कुछ मूल कक्षाओं से एक के बाद एक आती रोशनियों की तरह। इस महीने, स्पेसएक्स पहले ही कई उपग्रहों का प्रक्षेपण कर चुका है। यह सब दुनिया के वंचित क्षेत्रों तक इंटरनेट की पहुंच को और डिजिटल अंतर को कम करने की योजना का हिस्सा है।'