ट्रंप प्रशासन में सिख सुरक्षित, बिडेन कैंपेन कर रहा मनोबल गिराने की कोशिश; यूएस -सिख नेताओं का दावा

सिख-अमेरिकी अटॉर्नी और लॉयर्स फोर ट्रंप की को-चेयर हरमीत ढ़िल्लन ने कहा कि यह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कराण ही संभव हो सका है कि आज कई सिख युवा पगड़ी और दाढ़ी के साथ यूएस मिलिट्री में अपनी सेवा दे रहे हैं।

By Neel RajputEdited By: Publish:Tue, 29 Sep 2020 01:48 PM (IST) Updated:Tue, 29 Sep 2020 01:48 PM (IST)
ट्रंप प्रशासन में सिख सुरक्षित, बिडेन कैंपेन कर रहा मनोबल गिराने की कोशिश; यूएस -सिख नेताओं का दावा
सिख नेता का कहना है कि ट्रंप प्रशासन में हम सुरक्षित हैं।

वाशिंगटन, पीटीआई। ट्रंप प्रशासन में सिख सुरक्षित हैं, इस बात पर जोर देते हुए प्रमुख सिख-अमेरिकी नेताओं ने आरोप लगाया है कि बिडेन कैंपेन समुदाय का मनोबल कम करने की कोशिश कर रहा है। सिख-अमेरिकी अटॉर्नी और लॉयर्स फोर ट्रंप (Lawyers for Trump) की को-चेयर हरमीत ढ़िल्लन (Harmeet Dhillon) ने कहा कि यह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा दी गई धार्मिक स्वतंत्रता का ही नतीजा है कि आज कई सिख युवा पगड़ी और दाढ़ी के साथ यूएस मिलिट्री में अपनी सेवा दे रहे हैं।

सिख्स फोर ट्रंप (Sikhs for Trump) के को-चेयर जसदीप सिंह (Jasdip Singh) ने कहा कि समुदाय राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन में जितना सुरक्षित है उससे पहले कभी नहीं था। उन्होंने कहा, 'हम एक दबंग समुदाय हैं कोई हमें कभी सता नहीं सकता है। ऐसा कहकर (सिख समुदाय यूएस में सुरक्षित नहीं है) बिडेन समुदाय हमारा मनोबल गिराने की कोशिश कर रहा है।' बता दें कि 'सिख अमेरिकन्स फोर बिडेन' (Sikh Americans for Biden) के नाम से एक कैंपेन लान्च की गई है। रविवार को कैंपेन की प्रेस रिलीज में कहा गया था कि दो सालों में सिखों के साथ अत्याचार औसत से दोगुना हुआ है और इस तरह के मामलों में 2017 से काफी तेजी देखने को मिली है।

बिडेन अभियान ने अमेरिका में सिख समुदाय द्वारा सामना किए जा रहे जिनोफोबिया (विदेशी लोगों को ना पसंद करना) सहित अद्वितीय चुनौतियों का समाधान करने का संकल्प लिया है। इस पर सिंह ने दावा किया है कि बिडेन-हैरिस एंटी सिख साबित हो सकते हैं।

सिंह ने कमला हैरिस को सिख विरोधी बताते हुए कहा कि वो कैलिफॉर्निया में अटॉर्नी जनरल के तौर पर अपने कार्यकाल के दौरान एक सिख शख्स त्रिलोचन सिंह ओबेरॉय की नियुक्ति के खिलाफ थीं। इसके पीछे उन्होंने वजह दी कि हैरिस ने ओबेरॉय को अपनी दाढ़ी हटवाने के लिए कहा था लेकिन उन्होंने हैरिस की इस बात को मानने से इन्कार कर दिया था। जिसके बाद हैरिस ने ओबेरॉय को उनके विश्वास और आजीविका में से किसी एक को चुनने के लिए कहा था। गौरतलब है कि नवंबर में होने जा रहे राष्ट्रपति चुनावों में डेमोक्रेटिक नेता जो बिडेन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हैं जबकि कमला हैरिस उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हैं।

chat bot
आपका साथी