नए वैरिएंट 'ओमीक्रॉन' से दहशत में दुनिया, कई देशों ने दक्षिण अफ्रीका की यात्रा पर लगाई रोक

ओमीक्रॉन वेरिएंट कोरोना संक्रमण के मामलों में आ रही कमी से जहां लोगों में राहत की खबर थी वहीं अब दक्षिण अफ्रीका में पाए गए नए वैरिएंट ने दुनिया भर में दहशत फैला दिया है। यहां से आने वाले यात्रियों में बोस्तवाना और हांगकांग में यह वैरिएंट पाया गया है।

By Monika MinalEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 01:15 AM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 06:46 AM (IST)
नए वैरिएंट 'ओमीक्रॉन'  से दहशत में दुनिया,  कई देशों ने दक्षिण अफ्रीका की यात्रा पर लगाई रोक
सात दक्षिण अफ्रीकी देशों की यात्रा पर कई देशों ने लगाई रोक

वाशिंगटन, एएफपी। घातक कोरोना वायरस के नए वैरिएंट के सामने आने के बाद दुनिया में दहशत फैल गई है। दुनिया के कई देशों ने अफ्रीकी देशों के लिए अपनी सीमाएं बंद करने की शुरुआत कर दी है। यूरोपीयन यूनियन के देशों ने सात अफ्रीकी देशों से यात्रा को निरस्त करने का आग्रह किया है। इस क्रम में कनाडा और अमेरिका ने भी सात दक्षिण अफ्रीकी देशों पर यात्रा के लिए रोक लगा दी है।

ब्रिटेन, इटली और इजरायल समेत कई देशों ने दक्षिण अफ्रीका, लेसेटो, बोत्सवाना, जिम्बाब्वे, मोजांबिक, नाबिया और इस्वातिनी के लिए उड़ानें बंद कर दी हैं। नीदरलैंड समेत और कई देश इसी तरह के उपाय करने पर विचार कर रहे हैं। जर्मनी भी इन देशों के लिए उड़ानों पर पाबंदी लगा सकता है।

सख्त हुआ जापान, कहा- दस दिनों के लिए किया जाएगा क्वारंटाइन

जापान ने कहा है कि शुक्रवार के बाद से इन देशों से आने वाले लोगों को सरकारी क्वारंटाइन सेंटरों में 10 दिन अनिवार्य रूप से रहना होगा। इस दौरान उनकी तीन बार कोरोना जांच भी की जाएगी। दक्षिण अफ्रीका से आने वाले यात्रियों में बोस्तवाना और हांगकांग में यह वैरिएंट पाया गया है।

वैक्सीन ले चुका शख्स भी संक्रमित 

इजरायल में भी मलावी से आए एक व्यक्ति को इससे संक्रमित पाया गया है। इस व्यक्ति को कोरोना रोधी वैक्सीन की दोनों डोज भी लगाई जा चुकी थी। गंभीर होते हालात को देखते हुए और भी कई देशों में इस वैरिएंट को आने से रोकने के लिए कई तरह के उपाय किए जा रहे हैं।

डेल्टा वैरिएंट से अधिक खतरनाक है नया वैरिएंट ओमीक्रोन

संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी WHO ने नए वैरिएंट को 'ओमीक्रॉन' नाम दिया है। इस घातक वैरिएंट को रोकने के लिए कई देशों ने सख्त कदम हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इस नए वैरिएंट को अत्यधिक संक्रामक वैरिएंट की श्रेणी में रखा है। साथ ही इसे 'ओमीक्रॉन' नाम भी दिया है।

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