क्या कोरोना संक्रमण से बचाव में कारगर है शाकाहार, वैज्ञानिकों ने किया अध्‍ययन, आप भी जानें

जब से कोरोना महामारी की शुरुआत हुई है तब से यह बहस चल रही है कि कुछ खाद्य पदार्थ या विशेष प्रकार की डाइट कोरोना से बचाव में सहायक हो सकती है। हालांकि बड़ा सवाल यह है कि आखिर इस तरह के दावे कितने विश्वसनीय हैं।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 06:23 PM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 06:37 PM (IST)
क्या कोरोना संक्रमण से बचाव में कारगर है शाकाहार, वैज्ञानिकों ने किया अध्‍ययन, आप भी जानें
कुछ खाद्य पदार्थ या विशेष प्रकार की डाइट कोरोना से बचाव में सहायक हो सकती है।

वाशिंगटन, पीटीआइ। जब से कोरोना महामारी की शुरुआत हुई है तब से यह बहस चल रही है कि कुछ खाद्य पदार्थ या विशेष प्रकार की डाइट कोरोना से बचाव में सहायक हो सकती है। हालांकि बड़ा सवाल यह है कि आखिर इस तरह के दावे कितने विश्वसनीय हैं। बीएमजे न्यूट्रिशन प्रिवेंशन एंड हेल्थ में प्रकाशित एक हालिया अध्ययन से पता चला है कि शाकाहारी, वीगन और पेसटेरियन (ऐसे लोग जो मांसाहार के तौर पर सिर्फ मछली खाते हैं) डाइट लेने वालों में मध्यम से गंभीर कोरोना होने का जोखिम कम होता है।

मुकम्‍मल नहीं है विशेषज्ञों की राय 

अध्ययन से यह भी बात सामने आई कि जिन लोगों ने कम कार्बोहाइड्रेट या अधिक प्रोटीन वाले आहार का सेवन किया, उन्हें संक्रमित होने का जोखिम ज्यादा था। हालांकि इन नतीजों के बावजूद विशेषज्ञ इस बात को नहीं मानते हैं कि किसी विशेष प्रकार की डाइट लेने से कोरोना से बचाव संभव है। उनके मुताबिक अध्ययन में शामिल लोगों की संख्या इतनी कम है कि उसके आधार पर लोगों को डाइट बदलने की सलाह नहीं दी जा सकती है।

अध्ययन की कमियां

शोध से यह पता नहीं चला कि किसी विशेष प्रकार की डाइट कोरोना होने के शुरुआती खतरों से बचाने में कितनी सहायक है। अध्ययन से इस बात की भी पक्की जानकारी नहीं मिलती है कि विशेष प्रकार की डाइट लेने से व्यक्ति के संक्रमित होने का खतरा कितना कम हो जाता है। इतना ही नहीं अध्ययन से आहार के प्रकार और बीमारी की अवधि के बीच भी कोई संबंध नहीं मिला।

क्या पता चला

अध्ययन केवल यह बताता है कि विशिष्ट प्रकार की डाइट और मध्यम से गंभीर कोरोना लक्षणों के विकसित होने के बीच एक संबंध है।

प्रमुख बातें अध्ययन में छह पश्चिमी देशों के 3,000 से कम डाक्टरों ने हिस्सा लिया। शुरुआत में इनमें से केवल 138 में मध्यम से गंभीर कोरोना लक्षण दिखाई पड़े। एक निश्चित समय तक शाकाहारी भोजन लेने के बाद 41 ऐसे लोगों में कोरोना के लक्षण दिखाई पड़े। इनमें वीगन डाइट लेने वाले भी शामिल थे। वहीं पेसटेरियन डाइट लेने वाले सिर्फ पांच लोगों में कोरोना के लक्षण नजर आए। चूंकि डाइट को 11 श्रेणियों में बांटा गया था। इसलिए बहुत कम लोगों ने एक निश्चित प्रकार की डाइट ली। जिसके चलते बहुत कम लोग गंभीर रूप से बीमार पड़े।

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