वैज्ञानिकों का नया दावा, कोरोना से बचा सकता है सर्दी का कारण बनने वाला वायरस

वैज्ञानिकों ने एक अध्‍ययन में पाया है कि सर्दी का कारण बनने वाला वायरस कोरोना से बचाने में मददगार साबित हो सकता है। एक्सपेरिमेंटल मेडिसिन पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन में यह बात कही गई है। पढ़ें यह रिपोर्ट...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 07:14 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 07:22 PM (IST)
वैज्ञानिकों का नया दावा, कोरोना से बचा सकता है सर्दी का कारण बनने वाला वायरस
सर्दी का कारण बनने वाला वायरस कोरोना से बचाने में मददगार साबित हो सकता है।

वाशिंगटन, पीटीआइ। कोरोना महामारी के इस काल में छींक आना भी डरा रहा है, लेकिन आमतौर पर जिस वायरस के कारण हम सर्दी-जुकाम की चपेट में आते हैं, वही वायरस कोविड-19 के कारक सार्स-कोव-2 से बचाव भी कर सकता है। यह दावा एक नए अध्ययन में किया गया है। एक्सपेरिमेंटल मेडिसिन पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, सामान्य सर्दी-जुकाम का कारण बनने वाला राइनोवायरस इंटरफेरॉन-प्रेरित जीन की सक्रियता को बढ़ाने का काम भी करता है।

ये जीन इम्यून सिस्टम (प्रतिरक्षा प्रणाली) में प्रारंभिक प्रतिक्रिया वाले मालीक्यूल को सक्रिय कर देते हैं। ये मालीक्यूल सर्दी-जुकाम से प्रभावित श्वसन मार्ग के भीतर सार्स-कोव-2 की वृद्धि को रोक सकते हैं। अध्ययन की प्रमुख शोधकर्ता और अमेरिका के येल स्कूल ऑफ मेडिसिन की असिस्टेंट प्रोफेसर एलेन फॉक्समैन ने कहा कि कोरोना संक्रमण के शुरुआती चरण में इस तरह की सुरक्षा की सक्रियता से संक्रमण की रोकथाम या उपचार की संभावना हो सकती है।

उन्होंने कहा कि यह इंटरफेरॉन से रोगी के इलाज का एक तरीका है। इंटरफेरॉन प्रतिरक्षा प्रणाली का एक प्रोटीन होता है। यह दवा के तौर पर भी उपलब्ध है। एलेन ने कहा, 'लेकिन यह सब कुछ समय पर निर्भर करता है।' पूर्व के अध्ययन से यह जाहिर हुआ था कि इंटरफेरॉन के उच्च स्तर का संबंध बीमारी में खराब परिणाम आने से हो सकता है। यह इम्यून रिस्पांस को ज्यादा सक्रिय कर सकता है। हालांकि हालिया अध्ययन से पता चलता है कि इंटरफेरॉन-प्रेरित जीन कोरोना संक्रमण में सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं।  

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