US का बजा डंका: SpaceX की सफलता पर रोमांचित हुए ट्रंप, बोले- महत्वाकांक्षा का नया युग शुरू
ट्रंप ने कहा कि अमेरिकी महत्वाकांक्षा का नया युग शुरू हो गया है। उन्होंने आगे कहा जब अमेरिकी एकजुट होते हैं तो ऐसा कुछ भी नहीं होता है जो हम नहीं कर सकते।
फ्लोरिडा, एजेंसी। स्पेस एक्स का रॉकेट फॉल्कन-9 की सफल उड़ान के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हर्ष जताया और कहा कि अमेरिकी महत्वाकांक्षा का नया युग शुरू हो गया है। राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि मैं यह घोषणा करते हुए रोमांचित महसूस कर रहा हूं कि स्पेस एक्स ड्रैगन कैप्सूल सफलतापूर्वक पृथ्वी की कक्षा में पहुंच गया है और हमारे दोनों अंतरिक्ष यात्री सुरक्षित और स्वस्थ हैं। उन्होंने कहा इस लांचिंग के बाद स्पेश साइंस के क्षेत्र में अमेरिका की प्रतिष्ठा में इजाफा हुआ है। इसके साथ ही हमने उस मौन को तोड़ दिया है जो दशकों से छाई हुई थी। ट्रंप ने कहा कि शनिवार का हुआ सफल प्रक्षेपण पृथ्वी पर सभी नागरिकों के लिए एक उज्जवल भविष्य के लिए प्रतिबद्धता का प्रतीक है। उन्होंने आगे कहा जब अमेरिकी एकजुट होते हैं, तो ऐसा कुछ भी नहीं होता है जो हम नहीं कर सकते।
स्पेस एक्स के बहाने शुरू हुई सियासत
राष्ट्रपति ट्रंप ने स्पेस एक्स के बहाने अपने विपक्षियों पर प्रहार करने से भी नहीं चूके। इस मौके पर उन्होंने कहा कि हमारे पूर्व के नेताओं और अमेरिकी शासन व्यवस्थाओं ने हमारे अंतरिक्ष यात्रियों को कक्षा में भेजने के लिए विदेशी राष्ट्रों की दया पर अमेरिका को रखा। लेकिन अब यह दिन लद चुके हैं। अमेरिका एक सक्षम और शक्तिसाली राष्ट्र है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की विपक्ष पर यह टिप्पणी इस वर्ष होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए काफी अहम है। उनके इस बयान के बाद अमेरिका में सियासत गरमा गई है।
कॉमर्शियल स्पेस ट्रवेल के एक नए युग का सुत्रपात
अमेरिका में पहली बार किसी निजी कंपनी के रॉकेट ने ड्रैगन कैप्सूल में अंतरिक्ष यात्रियों के साथ उड़ान भरी। प्रक्षेपित किए गए रॉकेट ने कुछ ही मिनटों में अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित कक्षा में पहुंचा दिया। इस दौरान स्पेस एजेंसी नासा ऑपरेशन पर बारीकी से नजर बनाए हुए थे। उड़ान से चंद सेकेंड पहले डगलस हर्ले ने कहा कि 'आइए यह दिया जलाएं' (Let's light this candle) ठीक यही वाक्य एलन शेपर्ड ने सन 1961 में पहले मानव स्पेस मिशन के दौरान कहा था। इस प्रक्षेपण के साथ ही अमेरिका में कॉमर्शियल स्पेस ट्रवेल के एक नए युग का सुत्रपात हुआ है। अमेरिका से पहले रूस और चीन के पास ऐसी क्षमता पहले से मौजूद है।
मिशन डेमो-2 ने रचा इतिहास
इस मिशन को डेमो-2 मिशन नाम दिया गया है। डेमो-1 मिशन में ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट से स्पेस स्टेशन पर सफलतापूर्वक सामान पहुंचाया गया था। स्पेसएक्स नासा के अंतरिक्ष यात्रियों को फाल्कन-9 रॉकेट के जरिए ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट के जरिए अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में भेजा गया। यह पहला मौका है, जब सरकार के बजाय किसी निजी कंपनी ने अंतरिक्ष यात्रियों को स्पेस में भेजा है। यह लॉन्चिंग 27 नवंबर को होनी थी, लेकिन खराब मौसम की वजह से इस परीक्षण को टाल दिया गया था।
रॉबर्ट बेनकेन और डगलस हर्ले अंतरिक्ष यात्री होने का गौरव
एलन मस्क की कंपनी स्पेस एक्स के रॉकेट ने शनिवार को दो अमेरिकी अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए रवाना हुआ समाचार एजेंसी एपी के मुताबिक जैसे ही काउंटडाउन खत्म हुआ नासा के रॉबर्ट बेनकेन और डगलस हर्ले नाम के दोनों अंतरिक्ष यात्रियों के साथ ड्रैगन कैप्सूल को लेकर निजी कंपनी स्पेस एक्स का रॉकेट फॉल्कन-9 ने स्पेश की सफलतापूर्वक उड़ान भरी और अमेरिका का यह मिशन सफल रहा। एपी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि दोनों अंतरिक्ष यात्री तय शेड्यूल के तहत रविवार को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पहुंचे। दोनों चार महीने तक स्पेस स्टेशन पर रहेंगे और बाद में धरती पर लौट आएंगे।
अमेरिकी धरती से एक दशक बाद बना रिकॉर्ड
आंकड़ों के लिहाज से देखें तो 21 जुलाई, 2011 के बाद पहली बार अमेरिकी धरती से कोई मानव मिशन स्पेस में भेजा गया है। यह लॉन्चिंग उसी लॉन्च पैड से हुई जिससे 50 साल पहले अपोलो अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा पर भेजा गया था। इसके साथ ही इस मिशन को हासिल करने वाले रूस और चीन के बाद अमेरिका दुनिया का तीसरा मुल्क बन गया है।