पुलिसकर्मी के हाथों जान गंवाने वाले जॉर्ज फ्लॉयड की आई पोस्‍टमार्टम रिपोर्ट, दम घुटने से हुई मौत

पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टर माइकल बेडेन और एलेशिया विल्सन के अनुसार गर्दन और पीठ पर दबाव के कारण फ्लॉयड की मौत दम घुटने से हुई।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Wed, 03 Jun 2020 02:53 AM (IST) Updated:Wed, 03 Jun 2020 02:53 AM (IST)
पुलिसकर्मी के हाथों जान गंवाने वाले जॉर्ज फ्लॉयड की आई पोस्‍टमार्टम रिपोर्ट, दम घुटने से हुई मौत
पुलिसकर्मी के हाथों जान गंवाने वाले जॉर्ज फ्लॉयड की आई पोस्‍टमार्टम रिपोर्ट, दम घुटने से हुई मौत

वाशिंगटन, एजेंसी। पुलिस वाले के हाथ जान गंवाने वाले अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड के परिवार ने अपने स्तर से कराए गए पोस्टमार्टम की रिपोर्ट जारी कर दी। पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टर माइकल बेडेन और एलेशिया विल्सन के अनुसार गर्दन और पीठ पर दबाव के कारण फ्लॉयड की मौत दम घुटने से हुई। फ्लॉयड के वकील बेन क्रंप ने बताया कि पुलिस अधिकारी द्वारा घुटने से फ्लॉयड की गर्दन को दबाए रखने से दिमाग में रक्त का प्रवाह नहीं हो पाया। पीठ पर बोझ से उसे सांस लेने में कठिनाई हुई।

हेनेपिन काउंटी मेडिकल परीक्षक ने एक रिपोर्ट में कहा कि जॉर्ज की मौत गर्दन पर पड़े दबाव के बाद दिल की धड़कन अचानक से रुक जाने की वजह से हुई है। उसमें कहा गया है कि अधिकारी के काफी देर तक गले दबाये जाने के कारण जॉर्ज को दिल का दौरा पड़ा।  

इस रिपोर्ट में मौत के 'अन्य कारणों' में फ्लॉयड का दिल की बीमारी और उच्च रक्तचाप से पीड़ित होना और फेंटानिल का नशा और हाल में मेथामफेटामाइन का इस्तेमाल करना भी बताया गया।

वकील ने नई पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर इस मामले को प्रथम श्रेणी की हत्या में तब्दील करने के साथ तीन पुलिस वालों को आरोपित बनाने की मांग की है। अभी पुलिस ने अमेरिकी कानूनों के तहत इस मामले को तीसरी श्रेणी की हत्या के तौर पर दर्ज किया है।

हिंसक प्रदर्शनों की आग अमेरिका के कई और शहरों तक पहुंची

हिंसक प्रदर्शनों की आग अमेरिका के कई और शहरों तक पहुंच गई है। छह प्रांतों और 13 प्रमुख शहरों में आपातकाल की घोषणा की गई है। पूरे देश में 65 हजार से अधिक नेशनल गार्ड को तैनात किया गया है। वाशिंगटन डीसी के पास मौजूद एक 200 साल पुराने चर्च सहित प्रदर्शनकारियों ने लिंकन मेमोरियल और कई अन्य राष्ट्रीय स्मारकों को क्षतिग्रस्त कर दिया है। न्यूयार्क शहर के पॉश इलाकों में उग्र भीड़ ने बड़े-बड़े शोरूम में धावा बोलकर कीमती सामान लूट लिया है।

कई जगह पुलिस वालों ने उन्हें रोकने की कोशिश की लेकिन नाकाम रहे। स्थिति काबू में लाने के लिए करीब आठ हजार पुलिस वाले और तैनात किए गए हैं। हिंसा और लूटपाट की घटनाओं से नाराज राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सेना उतारने की धमकी दी है। हालांकि उनकी धमकी का प्रदर्शनकारियों पर कोई असर नहीं हुआ। 

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